MaharashtraNational

महाराष्ट्र की तीन महिलाओं को ‘नारीशक्ति पुरस्कार’; राष्ट्रपति के हाथों सम्मान

Spread the love

भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश की 29 महिलाओं को उनके उत्कृष्ठ कार्य के लिए राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ पुरस्कार दिए। इनमें सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ठ काम करने वाली महाराष्ट्र की तीन महिलाएं भी शामिल हैं।

राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र की सायली नंदकिशोर अगवने और वनिता जगदेव बोराडे को 2020 के लिए नारी शक्ति पुरस्कार तथा कमल कुम्भर को 2021 के लिए नारी शक्ति पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। सायली नंदकिशोर अगवने सक्षम कत्थक नृत्यांगना हैं। कत्थक नृत्यांगना सायली नंदकिशोर अगवाने ने विपरीत स्थितियों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय शास्त्रीय नृत्य को बढ़ावा दिया है।

डाउन सिंड्रोम के साथ पैदा हुई अगवाने ने नौ साल की उम्र से सभी बाधाओं के खिलाफ कथक सीखना शुरू कर दिया था। तब से उन्होंने 100 से अधिक नृत्य कार्यक्रमों और कार्यक्रमों में प्रदर्शन किया है। वह ‘डाउन सिंड्रोम’ से पीड़ित लगभग 50 बच्चों को डांस भी सिखाती हैं। इससे पहले राज्य, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने उन्हें ‘विकलांगता के साथ सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति (महिला) – 2012’ श्रेणी के तहत ‘स्पंदन राष्ट्रीय पुरस्कार’ से सम्मानित किया है।

इसी तरह आज राष्ट्रपति भवन में वनिता जगदेव बोराडे को वन्यजीव संरक्षण में उनके अनुकरणीय प्रयासों, विशेष रूप से सांपों को बचाने और जागरुकता पैदा करने के लिए नारी शक्ति पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया है। वह पहली महिला सांप बचावकर्ता हैं। उन्होंने अब तक 50,000 से अधिक सांपों को बचाया और उन्हें सुरक्षित स्थल पर छोड़ा है। वनिता को सर्पमित्र ‘स्नेक फ्रेंड’ के रूप में जाना जाता है। भारतीय डाक विभाग ने भी डाक टिकट जारी करके उन्हें सम्मानित किया है। महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें ‘छत्रपति शिवाजी महाराज वनश्री पुरस्कार’ से सम्मानित किया है। वह ‘सोयरे वनचारे बहुउद्देशीय फाउंडेशन’ की संस्थापक भी हैं जो प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करती है।

यह पढ़े: सूरत -भागलपुर एक्सप्रेस में हटेगा दो स्लीपर कोच ,जुड़ेंगे एसी कोच ,कम होगी स्लीपर सीटों की संख्या

राष्ट्रपति भवन में सम्मानित होने वाली महाराष्ट्र की तीसरी महिला कमल कुंभार हैं। पशुपालन के क्षेत्र में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए एक सामाजिक उद्यमी कमल कुंभार को नारी शक्ति पुरस्कार 2021 प्राप्त हुआ है। उन्होंने 5,000 से अधिक महिलाओं को सूक्ष्म व्यवसाय शुरू करने में उनकी मदद की है। वह ‘कमल पोल्ट्री एंड एकता सखी प्रोड्यूसर कंपनी’ की संस्थापक हैं, जिसने सूखाग्रस्त उस्मानाबाद क्षेत्र में 3,000 से अधिक महिलाओं की मदद की है। उन्होंने प्रीमियम चिकन प्रजातियों के लिए पोल्ट्री संचालन भी स्थापित किया है।

 

उन्हें पुणे स्थित स्वयंसेवी शिक्षण प्रयोग के ‘स्वच्छ ऊर्जा कार्यक्रम में महिलाएं’ में ‘एनर्जी सखी’ के रूप में भी प्रशिक्षित किया गया है और उन्होंने सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरणों के साथ 3,000 से अधिक घरों को रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे पहले नीति आयोग ने उन्हें 2017 में वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया था। उन्हें सीआईआई फाउंडेशन वुमन एक्सेम्प्लर अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

नारी शक्ति पुरस्कार महिलाओं और बाल विकास मंत्रालय की एक पहल है, जो महिलाओं और संस्थानों को उनके द्वारा किए गए असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार समाज की उन्नति में महिलाओं को समान भागीदार के रूप में मान्यता देने का एक प्रयास है। वर्ष 2020 और 2021 के नारी शक्ति पुरस्कार के विजेता विभिन्न क्षेत्रों जैसे उद्यमिता, कृषि, नवाचार, सामाजिक कार्य, कला और शिल्प, एसटीईएमएम, वन्यजीव संरक्षण, भाषा विज्ञान, मर्चेंट नेवी, शिक्षा, साहित्य और विकलांगता अधिकार क्षेत्र से आते हैं।

इन पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं ने अपने सपनों को पूरा करने के रास्ते में उम्र, भौगोलिक बाधाओं या संसाधनों तक पहुंच को आड़े नहीं आने दिया। उनकी अदम्य भावना बड़े पैमाने पर समाज और युवा भारतीय दिमाग को लैंगिक रूढिय़ों को तोड़ने और लैंगिक असमानता और भेदभाव के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित करेगी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *