नफरत का दुर्गंध फैलाने वाले सौहार्द की सुगंध कैसे पसंद करेंगे…छापेमारी पर अखिलेश का पलटवार
कन्नौज
समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज उर्फ पम्मी जैन के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बीच अखिलेश यादव ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि कन्नौज की जनता ने हमेशा जयचंद को पहचाना है, इस बार भी जयचंद को भगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई महीने से छापेमारी की सूचना मिल रही थी। अखिलेश ने कहा कि हार के डर से बीजेपी बौखला गई है इसलिए अपने साथ दिल्ली के सरकारी एजेंसियों को ला रही है।
कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश ने कहा, कन्नौज में इत्र कोई आज से नहीं, बहुत सालों से बन रहा है। यहां के व्यापारी ही नहीं बल्कि किसान भी जुड़े हैं।
ये बीजेपी वाले दिल्ली से आते हैं तो अपने साथ एजेंसी भी ले आते हैं। कन्नौज की पहचान इत्र से रही है। इत्र की राजधानी है कन्नौज। अखिलेश ने आगे कहा, ‘नफरत के दुर्गंध फैलाने वाले ये सौहार्द की सुगंध कैसे पसंद करेंगे।’
‘खीझ निकालने के लिए छापे पड़वा रही बीजेपी’
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘जिस जगह पहले छापा मारा था उससे समाजवादी पार्टी का कोई रिश्ता नहीं था। जिस पर पहले छापा पड़ा था उसका बीजेपी से संबंध है। बीजेपी बताए कि इतने बड़े मात्रा में पैसा कैसे निकला। ढूंढने गए थे समाजवादी पार्टी के पुष्पराज जैन को, ढूंढ लाए बीजेपी के पीयूष जैन के।अब बीजेपी अपनी गलती समेटने और खीझ निकालने के लिए यह सब करा रही है और इसके साथ और भी लपेटे में आ गए हैं।’
‘आईटी, ईडी और सीबीआई के साथ बीजेपी का गठबंधन’
सपा नेता के यहां छापेमारी को लेकर अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को जबसे हार का डर सताने लगाने लगा है तबसे दिल्ली से नेता ज्यादा आने लगे हैं। अखिलेश ने आगे कहा, ‘केवल नेता नहीं उनके सहयोगी संगठन आईटी, ईडी, और सीबीआई भी साथ आते हैं। बीजेपी ने इनसे गठबंधन किया है। हमने तो क्षेत्रीय दलों से किया है इन्होंने इन एजेंसियों से अंदर से हाथ मिलाया है।’
‘बीजेपी की रैलियों में लोगों को जबरन भेजा जाता है’
अखिलेश ने आगे कहा, ‘जनता बीजेपी की रैलियों में नहीं जा रही है। जबर्दस्ती लोगों को वहां भेजा रहा है। बीजेपी नेता नहीं बल्कि इनके लेखपाल, एसडीएम, डीएम, कप्तान ये चुनाव लड़ रहे हैं। जब कोई रैली होती है तो डीएम को जानकारी दी जाती है। उसके बाद सबसे पहले रोडवेज बस बुक की जाती है, फिर कॉलेज की बस जुटाते हैं और लोगों को जबरन उसमें भरकर ले जाते हैं।’
‘सरकारी लोग कहते हैं कि हम मजबूरी में आए हैं’
बंगाल और तमिलनाडु का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा, ‘छापेवाला आचरण पहली बार नहीं दिखाया है। जब बंगाल में चुनाव हुआ था तो दिल्ली की संस्था बंगाल पहुंच गई थी। तमिलनाडु में सीएम स्टालिन के घर पहुंच गई थी सीबीआई की टीम। सरकारी लोग कहते हैं कि हमें मजबूरी में आना पड़ा, हमने नए साल में परिवार के साथ घूमने का प्लान बनाया था। कन्नौज की जनता ने हमेशा जयचंद को पहचाना है, इस बार भी जयचंद को भगाया जाएगा।’