Chhath Puja: महंगाई पर आस्था भारी, 30 फीसदी तक बढ़ी कीमतें पर खूब हो रही है खरीदारी
हाइलाइट्स
- सूर्यदेव की उपासना का महापर्व छठ पूजा कल नहाय-खाय से शुरू हो गई है
- आज खरना है
- इसी दिन लोग पूजा से अधिकतर खरीदारी कर लेते हैं
- ऐसे में बाजार भी छठ पूजा से संबंधित पूजन सामग्रियों और फलों से सज गए हैं
- इस बार कोविड महामारी की वजह से मार्केट में महंगाई का असर भी देखा जा रहा है
नई दिल्ली
सूर्यदेव की उपासना का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja 2021) कल नहाय-खाय से शुरू हो गई है। आज खरना है। इसी दिन लोग अधिकतर खरीदारी कर लेते हैं। ऐसे में बाजार भी छठ पूजा से संबंधित पूजन सामग्रियों और फलों से सज गए हैं। इस बार कोविड महामारी की वजह से मार्केट में महंगाई का असर भी देखा जा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार छठ पूजा से संबंधित सामान 20 से 30 फीसदी तक महंगे हो गए हैं। इसके बावजूद महंगाई पर आस्था भारी दिखती है। लोग पूजा से जुड़े सामानों की खूब खरीदारी कर रहे हैं।
छठ का ज्यादातर सामान बिहार से आता है
प्रभाकर कुमार दिल्ली के डाबरी मोड़ पर पर बीते 30 साल से छठ पूजा का सामान बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 के मुकाबले वर्ष 2021 में सामान 20 से 30 फीसदी महंगे हो गए हैं। दरअसल, छठ पूजा से जुड़े अधिकतर सामान बिहार से आते हैं। इस बार डीजल बहुत ज्यादा महंगा हुआ है, इसलिए माल ढुलाई का भाड़ा ज्यादा लग गया। इसके अलावा, अब बांस की खेती कम हो रही है। कोरोना में कारीगरों की कमी भी झेलनी पड़ी।
ज्यादा दिनों तक हुई बारिश
इस साल बिहार में भी ज्यादा दिनों तक बारिश हुई। इसलिए, बिहार में प्रसाद संबंधित फलों की उपज पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली में पहले छठ पूजा को लेकर असमंजस की स्थिति रही। बाद में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) का ऑर्डर आया कि कोविड गाइडलाइंस के साथ पूजा हो सकती हैं। इसके बाद व्यापारियों ने माल का ऑर्डर देना शुरू किया। इन तमाम वजहों के चलते मार्केट में सामान भी कम ही आया है। प्रभाकर ने बताया कि ईस्ट यूपी और बिहार से छठ पूजा का थोक सामान दिल्ली की आजादपुर मंडी, केशवपुर मंडी, ओखला मंडी और वजीराबाद यमुना किनारे पहुंचता है। यहां से सारा सामान पूरी दिल्ली में सप्लाई होता है।
सरकार ने कामकाज में दी ढील, उठेगा कारोबार
छठ पूजा सामग्री विक्रेता भीमसेन का कहना है कि छठ पूजा के सामान में महंगाई का असर तो दिख रहा है। आजादपुर मंडी से थोक में सामान लेकर आते हैं। टोकरों पर 20 से 30 रुपये का इजाफा हुआ है। अभी कोरोना केस कम आ रहे हैं। सरकार ने भी कामकाज में ढील दी है। उम्मीद है कि काम उठेगा। छठ पूजा में बहुत सारी आइटम होती हैं, जिसमें फलों की संख्या अधिक होती है। 25 साल से फल बेच रहे हैं। हर पर्व के हिसाब से पूरा स्टॉक रखते हैं। पिछले साल कोविड के दौर में भी लोगों ने काफी सामान खरीदा था। व्रत और पूजा में कोई भी किसी तरह की कमी नहीं करता। इस साल भले पूजन सामग्री के दाम बढ़ गए हों, लेकिन लोग खर्च करने से पीछे नहीं हटेंगे।
चार दिनों तक चलता है यह महापर्व
छठ का महापर्व बीते 8 नवंबर को नहाय खाय से शुरू हो गया है। इस दिन व्रती अनिवार्य रूप से नहा कर ही भोजन करते हैं। इसके बाद आता है खरना का दिन, जो कि आज है। कल, यानी बुधवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। फिर परसों, यानी गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उसी दिन इस पर्व का समापन हो जाएगा।
दिल्ली में कहां लगते हैं छठ के खुदरा बाजार
दिल्ली के कई इलाकों में छठ पूजा से संबंधित सामानों का खुदरा बाजार लगता है। इनमें शाहदरा, कोंडली, त्रिलोकपुरी, नरेला, जहांगीरपुरी, उत्तमनगर, विकासपुरी, महावीर एनक्लेव, डाबरी, पालम, वसंत विहार, केशवपुर मंडी, पीतमपुरा, नांगलोई और नजफगढ़ आदि इलाके शामिल हैं।
इन सामानों की भी डिमांड
पूजा में जड़ वाली अदरक और जड़ वाली हल्दी का भी प्रयोग होता है। दोनों का भाव 60 से 80 रुपये पाव चल रहा है। वहीं, गन्ने, अनानास, बड़ा नींबू, आंवला, सिंघाड़ा, सूखा-हरा नारीयल, शकरकंदी, मूली, शरीफा, केला, अमरूद, सेब, सीताफल, जिमीकंद, संतरा, अंगूर, खजूर आदि की भी डिमांड होती है।
प्रमुख सामान के रेट (रुपये में)
सामान | पिछले साल | इस साल |
सूप | 60 से 80 | 80 से 100 |
दौरा | 200 से 250 | 250 से 300 |
नारियल | 40-50 | 60 से 80 |
टाभा | 50 से 60 | 60 से 80 |
गागर नींबू | 20 से 30 | 30 से 40 |