मदरसों में बच्चों को ईशनिंदा करने वालों का सर कलम करना सिखाया जाता है: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
हाइलाइट्स
- केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उदयपुर मर्डर पर प्रतिक्रिया दी
- उन्होंने कहा कि मदरसों में बच्चों को सर कलम करने को सिखाया जाता है
- उन्होंने कहा कि ईश निंदा करने वालों की हत्या करने की सीख दी जा रही है
मदरसों में बच्चों को बनाया जा रहा है कट्टर: आरिफ मोहम्मद
आरिफ मोहम्मद ने कहा, ‘सवाल यह है कि क्या हमारे बच्चों को ईशनिंदा करने वालों का सर कलम करना पढ़ाया जा रहा है। मुस्लिम कानून कुरान से नहीं आया है, वह किसी इंसान ने लिखा है जिसमें सर कलम करने का कानून है और यह कानून बच्चों को मदरसा में पढ़ाया जा रहा है।’ उन्होंने ये बातें राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की बर्बरता से की गई हत्या को लेकर अपनी टिप्पणी में कहीं। उन्होंने कहा कि हम लक्षण दिखने पर चिंतित होते हैं लेकिन गंभीर बीमारी को मानने से इनकार कर देते हैं।
कट्टरता की आलोचना अक्सर करते रहते हैं आरिफ मोहम्मद खान
आरिफ मोहम्मद खान अक्सर कहते रहते हैं कि मौलाना और मदरसों ने मुसलमानों के एक तबके को कट्टर बना रहा है। वो गैर-मुस्लिमों के प्रति नफरत करना सिखाते हैं जिस कारण बचपन में ही दूसरे धर्मों के प्रति नफरत का भाव पनप जाता है। ऐसे में जब वो बड़े होते हैं तो हमेशा दूसरे धर्म के लोगों के प्रति सतर्क रहते हैं और संदेह से भरे होते हैं। आरिफ के इन विचारों की कड़ी आलोचना भी होती रहती है।
कन्हैया लाल की निर्मम हत्या
ध्यान रहे कि उदयपुर में मंगलवार शाम को कन्हैया लाल अपनी टेलर की दुकान में काम कर रहे थे, तभी दो मुस्लिम युवक आए और उनसे कपड़े सिलवाने की बात कही। जब कन्हैया उनमें से एक की माप ले रहे थे, तभी उसने अचानक खंजर से हमला बोल दिया। इस बर्बर हमले में कन्हैया लाल की वहीं मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि हत्यारे ने कन्हैया लाल पर 26 बार वार किया था। दोनों हत्यारों- रियाज अंसारी और मोम्मद गौस को उदयपुर से 60 किमी दूर राजसमंद से गिरफ्तार किया गया।