वाह! 180kmph की स्पीड से माल भी ढोएगी RAPIDX, दिल्ली-मेरठ वालों की चांदी होने वाली है
नई दिल्ली: रैपिड रीजनल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के जरिए नॉन-पीक टाइम में माल ढुलाई की योजना है। दिल्ली को यूपी, हरियाणा और राजस्थान के इंडस्ट्रियल कस्बों और शहरों से जोड़ने वाली रैपिड रेल RAPIDX 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी। जब RAPIDX में भीड़ कम रहेगी, तब उसे कार्गो पहुंचाने में यूज किया जाएगा। RAPIDX के डिपो स्टेशनों पर वेयरहाउस होंगे। माल ढुलाई के लिए अलग ट्रेनों का इस्तेमाल किया जा सकता है। NCRTC के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय कुमार सिंह ने हमारे सहयोगी द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘नॉन पीक ऑवर्स में राइडरशिप कम होगी तो हम उस समय का इस्तेमाल कार्गो मूव करने में कर सकते हैं।’ सिंह ने कहा कि इस बारे में दो स्टडी हुई हैं और उनके नतीजे उत्साहवर्धक रहे हैं। सिंह ने कहा कि ‘इस प्रोजेक्ट में काफी पैसा लगा है और हमें कमाई का हर मौका भुनाना होगा। लेकिन अगर कम कमाई नहीं भी करते तो माल ढुलाई से रोड पर कंजेशन कम होगा, धुआं और प्रदूषण घटेगा।’
दिल्ली टू मेरठ: 60 मिनट में 90 किलोमीटर
NCRTC के एमडी ने कहा कि RAPIDX से लॉजिस्टिक्स सेक्टर को इनडायरेक्ट फायदा होगा। सिंह ने कहा, ‘RAPIDX एक घंटे में 90 किलोमीटर कवर करेगी, लोग नैशनल कैपिटल रीजन (NCR) में आसानी से मूव कर पाएंगे। अभी दिल्ली का कोई डॉक्टर मेरठ के अस्पताल में दो घंटे के काम के लिए जाने में हिचकता है क्योंकि उसे आने-जाने में छह घंटे लग जाएंगे। जब RAPIDX चलने लगेगी, मेरठ में उपलब्ध डॉक्टर्स की क्वालिटी अचानक बदल सकती है।’
कहां बनेंगे वेयरहाउस?
NCRTC की योजना है कि डिपो पर कार्गो हैंडल करने के लिए वेयरहाउस और अन्य फैसिलिटीज हों। इससे NCR के उपनगरीय कस्बों के बीच माल की ढुलाई में आसानी होगी। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ लाइन की बात करें तो दिल्ली के जंगपुरा, गाजियाबाद के दुहाई और मेरठ के मोदीपुरम में वेयरहाउस होंगे।
कब शुरू होगा RRTS कॉरिडोर?
साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर लंबा प्रॉयरिटी सेक्शन बनकर तैयार है। इसमें 5 स्टेशन हैं और यह सेक्शन जल्द शुरू होने की उम्मीद है। वहीं, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 2025 से ऑपरेशनल होने की संभावना है। कार्गो मूवमेंट पर फैसला उसके बाद ही लिया जाएगा। पहले पूरे कॉरिडोर पर पैसेंजर मूवमेंट देखा जाएगा।
दिल्ली को राजस्थान और हरियाणा से भी जोड़ेगा RRTS
- दिल्ली-मेरठ के अलावा दो अन्य कॉरिडोर भी हैं, दिल्ली-गुड़गांव-SNB-अलवर और दिल्ली-पानीपत।
- पहला वाला तीन चरणों में बनेगा। पहले चरण में दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर SNB अर्बन कॉम्प्लेक्स (शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़) तक 107 किलोमीटर लंबा स्ट्रेच तैयार होगा। फिर SNB से सोटानाला (33.3 किलोमीटर) और तीसरे स्टेज में SNB से अलवर (58 किलोमीटर) का एक्सटेंशन बनेगा।
- दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर के जरिए दिल्ली को हरियाणा के मुरथल, गन्नौर, समालखा और पानीपत से जोड़ा जाएगा।