दिल्ली: UPSC एग्जाम पास न कर ले लड़की, इसी डर से दोस्त ने कर दिया मर्डर
हाइलाइट्स
- पूर्व लेडी कॉन्सटेबल की हत्या का खुलासा
- साथी कॉन्सटेबल ने 2 के साथ उतारा था मौत के घाट
- लड़की पर शादी का बनाता था दबाव, न मानने पर की हत्या
नई दिल्ली: पहले दिल्ली पुलिस में सिपाही के तौर पर भर्ती, बाद में यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर के तौर पर सिलेक्शन। इस्तीफा देकर दिल्ली के ही मुखर्जी नगर में UPSC की तैयारी और अचानक गायब। दो साल बाद राज खुला तो पता चला कि यह लड़की तो इस दुनिया में है ही नहीं। मिला तो सिर्फ कंकाल। उसके भी कुछ सपने थे, कुछ कर गुजरने की चाहत थी जिसे उसी के साथी ने एक झटके में शरीर के साथ खत्म कर दिया था। साथी आरोपी ने अपने साले और उसके दोस्त के साथ मिलकर पहले लड़की को गायब किया और बाद में मौत के घाट उतारकर शव को नाले में पत्थरों के नीचे छिपा दिया था।। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हेड कॉन्स्टेबल की पहचान अलीपुर निवासी 42 वर्षीय सुरेंद्र सिंह राणा, इसके साले गांव झज्जर, हरियाणा निवासी 26 वर्षीय राविन और उसके दोस्त 33 वर्षीय राजपाल के रूप में हुई है। क्राइम ब्रांच ने सुरेंद्र की निशानदेही पर लेडी कॉन्स्टेबल का कंकाल बुराड़ी इलाके में नाले से बरामद किया। क्राइम ब्रांच ने बरामद कंकाल को फॉरेंसिक लैब भेज दिया है ताकि मां का डीएनए सैंपल लेकर उनसे मिलान किया जा सके।
दिल्ली पुलिस से इस्तीफा, UPSC की चल रही थी तैयारी
क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंद्र सिंह यादव के मुताबिक, मुखर्जी नगर थाने में दो साल पहले बुलंदशहर निवासी एक 28 वर्षीय युवती की मिसिंग दर्ज हुई थी। वह पीजी में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। युवती के परिजनों ने शिकायत में बताया था कि 2014 में मोनिका यादव की दिल्ली पुलिस में सिपाही के तौर पर भर्ती हुई थी। उसकी तैनाती पीसीआर में रही। इस बीच उसका यूपी में सब इंस्पेक्टर के लिए सिलेक्शन हो गया। उसने 2020 में दिल्ली पुलिस से इस्तीफा देकर मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी करने लगी। लेकिन, कुछ दिन बाद गायब हो गई।
पहले बताया हो गई शादी, बाद में उगला राज
मुखर्जी नगर थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस बीच परिजनों ने पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से मुलाकात की। जांच दो महीने पहले क्राइम ब्रांच को सौंपी गई। परिजनों ने क्राइम ब्रांच को बताया कि गायब होने के बाद परिवार को अरविंद नाम के युवक की अलग-अलग नंबरों से कॉल्स आईं। वो कहता था कि उसने युवती से शादी कर ली है। टीम ने सबसे पहले उन नंबरों को ट्रेस किया। पता चला सिम फर्जी आईडी पर थे। लेकिन उस पर राजपाल नाम के युवक की फोटो लगी थी। राजपाल युवती के परिवार के करीबी हवलदार सुरेंद्र सिंह राणा के साले राविन का दोस्त था। राजपाल से पूछताछ की तो उसने राविन का नाम लिया। राविन ने पूछताछ में सारा राज उगल दिया। उसने बताया कि उसके जीजा सुरेंद्र ने ही युवती की हत्या कर शव को गायब कर दिया है। सुरेंद्र को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। आरोपी ने शनिवार को बुराड़ी इलाके के नाले से युवती के कंकाल को बरामद करवाया।
पहले से शादीशुदा था आरोपी
पूछताछ में राज खुला कि युवती जब पीसीआर में थी। सुरेंद्र भी वहीं हेड कॉन्स्टेबल था। दोनों की पहचान हो गई। सुरेंद्र युवती के घर बुलंदशहर भी आने लगा। सुरेंद्र शादीशुदा था। उसका एक बच्चा है। परिवार अलीपुर में रहता है। उसने यह बात युवती से छिपाए रखी। सुरेंद्र को लगता था कि वह यूपीएससी पास कर लेगी। सुरेंद्र ने शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। लेकिन युवती इसके लिए तैयार नहीं थी। क्राइम ब्रांच का दावा है कि सुरेंद्र ने उसकी हत्या की योजना बनाई। आठ सितंबर 2021 को हत्या कर बुराड़ी नाले में फेंककर पत्थरों में छिपा दिया। बाद में परिवार को गुमराह करने के लिए वह अपने साले राविन से अरविंद बनकर अलग-अलग इलाकों में कॉल भी करवाता था।