कोरोना महामारी के बीच सूरत में हुई बछड़े और बछिया की शादी
सूरत
सूरत के लाडवी गांव में मकर संक्रांति के अवसर पर वहां की एक गौशाला में बछड़े और बछिया की शादी की शादी हुई। कोरोना को देखते हुए वैसे तो शादी विवाह जैसे आयोजन में 150 लोग ही शामिल हो सकते हैं। लेकिन इस शादी में 10 हजार लोग शामिल हुए। शादी में शामिल होने के लिए लोग दूर-दूर से शामिल होने आए।
एक स्वयंसेवक और संपत्ति दलाल विनोद सारस्वत ने कहा, ‘शुक्रवार को दिन में 10,000 से अधिक लोग मंदिर पहुंचे और शादी में भाग लिया। 10,000 लोगों के लिए खाना भी बना था और सभी ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया।’ नर बछड़ा शंखेश्वर और बछिया चंद्रमौली का विवाह हुआ।
भरा रहा पूरा मंडप
महाराज के सपने को पूरा करने के लिए आयोजित कार्यक्रम लाडवी गांव में श्री ओम नंदेश्वर महादेव ट्रस्ट (SONMT) द्वारा प्रबंधित गौशाला में भव्य शादी हुई। पूरा मंडप भरा रहा, जहां दुल्हन को गांधारी आश्रम गौशाला से लाडवी लाया गया था। आयोजकों ने कहा कि हमारा वह सपना पूरा हुआ जो गांधारी आश्रम के पिपलादगिरी महाराज ने देखा था। व लोगों को गोपालन के बारे में जागरूक करना चाहते थे।
आयोजकों में से एक जयंती मालानी ने कहा, ‘पिपलादगिरी महाराज ने शादी के आयोजन का सपना देखा था और सभी गौशालाओं में चाहते थे कि हम गाय पालन और इसके महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करें। दुल्हन के बछड़े को सभी पारंपरिक शादियों के बीच आयोजन स्थल पर लाया गया।’ उन्होंने टीओआई को बताया।
मलानी ने कहा कि शादी के बाद युवा दुल्हन ने खाना बंद कर दिया और इसलिए उसे ससुराल में आराम देने के लिए, बछड़े की मां को भी कुछ दिनों के लिए लाडवी लाया गया। शादी के तोहफे के रूप में कुछ मेहमानों ने चांदी की पायल, सिर टीका और कमर बेल्ट देने की पेशकश की थी।SONMT शेड लगभग 3,000 मवेशियों का घर है। ट्रस्ट पूरे राज्य में चार पेन चलाता है जिसमें उसके पास 5,000 मवेशी हैं।
गुजरात में कोरोना का कहर
गुजरात में कोरोना के नए मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। राज्य में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 50 हजार के पार जा चुका है। राज्य में 8 महीनों में पहली बार शनिवार को दौरान 11,000 से ज्यादा नए मरीज मिले। इसके अलावा 6 माह बाद पहली बार एक दिन में 5 मौतें दर्ज हुईं। सक्रिय मरीजों में सबसे आगे अहमदाबाद है, इसके अलावा नए मिल रहे मरीजों के लिहाज से भी यही शहर सबसे आगे है।
शनिवार को यहां-3673 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा, सूरत-2933, राजकोट-440, वलसाड- 337, गांधीनगर-319 रहे।