बेल के पेड़, अंग्रेजों की किताब का नक्शा… ज्ञानवापी मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट में क्या है, पढ़िए
हाइलाइट्स
- वाराणसी की स्थानीय अदालत में पेश की गई है सर्वे की रिपोर्ट
- चार दिन तक चला था ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे, वीडियोग्राफी
- सुप्रीम कोर्ट ने लोकल कोर्ट को फैसला सुनाने तक रोक दिया है
वाराणसी:ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज वाराणसी की जिला अदालत में दूसरे चरण की सर्वें रिपोर्ट सौंपी गई। 12 से 15 पन्नों की रिपोर्ट में कुछ महत्वपूर्ण अंश की जानकारी IANS को मिली है। सूत्रों ने बताया IANS को बताया कि, 1921 में दीन मुहम्मद वाले केस में मस्जिद वाली जगह पर सरकारी दस्तावेज में 3 पेड़ दर्ज हैं, उस दौरान उनमें बेल का एक पेड़ है, जो आज यहां नहीं है। वहीं सरकारी रेवेन्यू के जो पुराने दस्तावेज हैं, वो भी निकाले गए हैं और रिपोर्ट में जोड़े गए हैं। डॉ विलियम एल्थर द्वारा लिखी गई ‘काशी द सिटी इलष्ट्रीयस’ किताब से एक नक्शा भी रिपोर्ट में लगाया गया है, क्योंकि वकीलों का मानना है कि अंग्रेज न हिन्दू थे और न ही मुसलमान थे। सर्वें के दौरान जो फोटो क्लिक की गईं हैं उन तस्वीरों को सर्वें के दौरान तुरंत सील किया गया था और अब उन्हें भी कोर्ट में जमा की गई हैं, ताकि फोटो कोई चुरा ना ले या वायरल ना कर दे।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि और खुदाई हो ताकि सब सच्चाई निकाली जाए। सर्वे के दौरान तमाम तलाश के बावजूद फव्वारे के लिए कोई पानी सप्लाई की जगह नहीं मिली। सिर्फ एक छेद मिला है जो साबित करता है कि वो फव्वारा नहीं है। जब टीम ने वादी पक्ष से पाइपलाइन की बात कही तो मुस्लिम पक्ष कोई भी पाइपलाइन नहीं दिखा पाया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, कल तक न करें सुनवाई
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुक्रवार तक के लिए टल गई है। मामले में कोर्ट शुक्रवार को दोपहर 3 बजे सुनवाई करेगा। अदालत ने वाराणसी की ट्रायल कोर्ट से कहा है कि आज कोई आदेश न दे। स्पेशल कमिश्नर की सर्वे रिपोर्ट वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिविजन) की अदालत में पेश की गई है। तस्वीरों और सर्वे में हुई नाप-जोख और उसके आधार पर बने नक्शे के साथ स्पेशल कमिश्नर विशाल सिंह ने सिविल जज (सीनियर डिविजन) की अदालत में विस्तृत सर्वे रिपोर्ट दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट में याचिकाकर्ता से कल तक कोई गुहार न करने को कहा है। याची ने कहा था कि उनके वकील बीमार हैं और ऐसे में कल तक सुनवाई टाली जाए। कोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से बताया गया कि विष्णु शंकर जैन बीमार हैं और कल ही डिस्चार्ज होकर आए हैं। वह कोर्ट में पेश होने की स्थिति में नहीं हैं, ऐसे में सुनवाई कल की जाए।