निधि निवेदिता, प्रिया वर्मा, अब निधि सिंह… एमपी में BJP नेताओं से भिड़ने वाली लेडी अफसरों को मिलती सजा?
राजगढ़ जिले की तत्कालीन कलेक्टर निधि निवेदिता और डेप्युटी कलेक्टर प्रिया वर्मा सीएए के समर्थन में निकाली गई रैली में बीजेपी नेताओं से उलझ पड़ी थीं। उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। बीते दो साल में बीजेपी नेता से उलझने वाली सूची में एसडीएम निधि सिंह का नाम भी जुड़ गया है। आईएएस निधि निवेदिता ने तो प्रदर्शन के दौरान कई बीजेपी नेताओं को थप्पड़ से पीट दिया था। उस समय में विपक्ष में बैठे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राजगढ़ में जाकर बड़ा प्रदर्शन किया था। सत्ता में आने के 21 घंटे के अंदर ही निधि निवेदिता का तबादला कर दिया था। ऐसे में सवाल है कि क्या एमपी में बीजेपी नेताओं से उलझने वाली लेडी अफसरों को सजा मिलती है। पहले आपको पूर्व की कहानी बताते हैं।
आईएएस निधि निवेदिता ने जड़ दिया था थप्पड़
दरअसल, जनवरी 2020 में पूरे देश में सीएए को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन चल रहा था। वहीं, बीजेपी के इसके समर्थन में रैली निकाल रही थी। राजगढ़ के ब्यावरा में रैली के लिए अनुमति नहीं मिली थी। इसके बावजूद बीजेपी नेताओं ने रैली निकाली थी। रैली को रोकने के लिए तत्कालीन कलेक्टर निधि निवेदिता खुद ही मैदान में थी। इस दौरान वह कई बीजेपी नेताओं से उलझ पड़ी। साथ ही कुछ को थप्पड़ मारते और कॉलर पकड़ते दिखाई दी थी। वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी ने कार्रवाई की मांग की लेकिन तत्कालनी कमलनाथ की सरकार ने एक्शन नहीं लिया।
21 घंटे के अंदर कर दी थी छुट्टी
मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान दोबार सत्ता में आ गए। निधि निवेदिता थप्पड़कांड के बाद बीजेपी की आंखों की किरकिरी बन गई थीं। शिवराज सिंह चौहान ने शपथ लेने के 21 घंटे बाद ही निधि निवेदिता के तबादले का आदेश जारी कर दिया। निधि निवेदिता को मंत्रालय में उप सचिव के पद पर तैनात कर दिया गया था।
डेप्युटी कलेक्टर रहीं प्रिया वर्मा ने भी खोया था आपा
वहीं, रायगढ़ में बीजेपी की रैली के दौरान तत्कालीन डेप्युटी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने भी आपा खोया था। भीड़ को नियंत्रित करने जब वह पहुंची तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके बाल खींच दिए थे। इसके बाद वह उनकी पिटाई थप्पड़ से करने लगी थी। बीजेपी ने भी प्रिया वर्मा के कई वीडियो जारी किए थे। बीजेपी के दबाव के बावजूद तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इन अफसरों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। घटना के एक महीने बाद ही प्रिया वर्मा का वहां तबादला तत्कालीन कलेक्टर निधि निवेदिता ने कर दिया था।
एसडीएम निधि सिंह बीजेपी के पूर्व विधायक से उलझीं
उज्जैन जिले के बड़नगर एसडीएम निधि सिंह अब बीजेपी के पूर्व विधायक शांतिलाल धबाई से उलझ गई हैं। आईएएस अधिकारी निधि सिंह ने पूर्व विधायक के साथ तू-तड़ाक की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने आए पूर्व विधायक को एसडीएम निधि सिंह कह रही हैं कि हिम्मत है तो नौकरी खाकर दिखाओ।
निधि सिंह पर मंत्री ने की कार्रवाई की मांग
वहीं, कुछ लोग एसडीएम निधि सिंह की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ उनके रवैये को लेकर विरोध में हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि मैं इस घटना की निंदा करता हूं। यह अपमानजनक व्यवहार जैसा है। मुझे उम्मीद है कि वह माफी मांगेगी। हम उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों से बात कर रहे हैं।