केदारनाथ धाम में ब्लॉगर, यूट्यूबर, रील्स बनाने वालों पर हो कार्रवाई; मंदिर समिति की अनुशंसा
हाइलाइट्स
- केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से स्थानीय पुलिस को एक लेटर लिखा गया है
- लेटर में मंदिर के सामने वीडियो, फोटो शूट करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है
- हाल ही में ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जहां मंदिर परिसर में रील्स बनाई गईं
देहरादून: उत्तराखंड के केदारनाथ धाम मंदिर समिति ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से मांग की है कि वह केदारनाथ धाम मंदिर में आकर यूट्यूब वीडियो और रील्स बनाने वालों पर कार्रवाई करे। हाल ही में ऐसे कई वीडियो वायरल हुए हैं जहां यूट्यूबर मंदिर के सामने ऐसे वीडियो शूट कर रहे हैं। हाल ही में एक महिला यूट्यूबर का वह वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने बॉयफ्रेंड को मंदिर के सामने प्रपोज कर रही हैं।
चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित ने बद्री-केदार मंदिर समिति (BKTC) ने मोटो ब्लागर विशाखा के केदारनाथ धाम में अपने प्रेमी को प्रपोज करने के वायरल वीडियो को आधार बनाया है। बद्री-केदार मंदिर समिति ने पुलिस चौकी केदारनाथ को पत्र लिखकर ऐसे रील बनाने वालों पर नज़र रखने के लिए कहा है, ताकि धार्मिक परंपराओं से खिलवाड़ न हो।
अपने लेटर में श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के कार्याधिकारी रमेश चंद्र तिवारी ने लिखा है, श्री केदारनाथ मंदिर परिक्षेत्र में कुछ यूट्यूबर इंस्टाग्राम इन्फ्लूएंसर धार्मिक भावनाओं के विपरीत यूट्यूब शॉट, वीडियो और इंस्टाग्राम रील बना रहे हैं। इससे यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों के साथ देश-विदेश में रहने वाले हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। इस बारे में उनकी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।
श्री केदारनाथ मंदिर परिक्षेत्र में धार्मिक भावनाओं के विपरीत यूट्यूब शॉर्ट/वीडियो/ इंस्टाग्राम रील्स बनाने वालों पर कठोर निगरानी रखते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
हाल ही में केदारनाथ धाम के गर्भगृह का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें एक महिला शिवलिंग के ऊपर नोट उड़ा रही थी। उस समय पुजारी भी मौजूद थे। लोगों ने सवाल उठाया था कि साधारण लोगों पर आपत्ति करने वाले पुजारी इस समय पूजा क्यों कराते रहे। उस महिला को ऐसा करने से क्यों नहीं रोका। साथ ही, जब गर्भगृह में वीडियोग्राफी मना है तो वहां का वीडियो कैसे बना और वायरल क्यों हुआ।