US Drone Al Qaeda: अलकायदा सरगना जवाहिरी की एक गलती पड़ी भारी, अमेरिका को लगी भनक, CIA ने यूं किया काम तमाम
हाइलाइट्स
- अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन के स्टाइल में ही अलकायदा के सरगना जवाहिरी को मारा
- जवाहिरी को काबुल में बने उसके सुरक्षित ठिकाने पर ड्रोन से मिसाइल हमला करके मार गिराया
- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अल जवाहिरी के ड्रोन हमले में मारे जाने की पुष्टि की है
बाल्कनी में आने की आदत की वजह से अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के अधिकारियों को जवाहिरी के काबुल में छिपे होने की भनक लग गई और उन्होंने रिपर ड्रोन से हेलफायर मिसाइलें दागकर जवाहिरी का काम तमाम कर दिया। इस हमले में हक्कानी के बेटे और दामाद के भी मारे जाने की खबरें आ रही हैं। इस जोरदार सफलता के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम अपने दुश्मनों को यह बताना चाहते हैं कि वे कहीं भी छिपे होंगे हम उन्हें मार गिराएंगे। जवाहिरी 71 साल का हो गया था और वह लादेन की मौत के बाद 11 साल से लगातार अपने वीडियो जारी करके दुनिया को धमकियां दे रहा था। अमेरिका ने जवाहिरी के खिलाफ करोड़ों रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
जवाहिरी लादेन का निजी डॉक्टर भी था। बताया जा रहा है कि तालिबानी गृहमंत्री शिराजुद्दीन हक्कानी ने जवाहिरी को शरण दे रखी थी। इस हमले में हक्कानी के एक रिश्तेदार कमांडर के भी मारे जाने की खबर है। जवाहिरी के साथ उसका परिवार भी इसी मकान में रह रहा था। बाइडन के आदेश पर अमेरिका ने गत शुक्रवार को सटीक हमला किया और उसे मार गिराया। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले के दौरान कोई भी अमेरिकी सैनिक काबुल में मौजूद नहीं था। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि तालिबान को जवाहिरी के बारे में जानकारी थी जो दोहा समझौते का सीधा-सीधा उल्लंघन था।
I made a promise to the American people that we’d continue to conduct effective counterterrorism operations in Afghanistan and beyond.
We have done that. pic.twitter.com/441YZJARMX
— President Biden (@POTUS) August 2, 2022
अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद तालिबान सरकार भड़की
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस हमले में जवाहिरी के परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अमेरिका ने इस हमले के बारे में तालिबान को कोई जानकारी नहीं दी थी। इस बीच अमेरिकी हमले के बाद तालिबान सरकार भड़क कई है और उसने अमेरिका को चेतावनी दी है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह ने कहा कि 31 जुलाई को काबुल शहर के शेरपुर इलाके में एक हवाई हमले को अंजाम दिया गया। इस हमले की प्रकृति के बारे में पहले पता नहीं चला लेकिन सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने मामले की जांच की। शुरुआती जांच में पता चला है कि इसे अमेरिका के ड्रोन ने अंजाम दिया था।
जवाहिरी के पीछे 6 महीने से पड़ी थी अमेरिकी खुफिया एजेंसी
जवाहिरी की मौत पर जबीउल्ला ने कहा कि तालिबान सरकार इस हमले की कड़ी निंदा करती है और इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन है। इस बाइडन ने जवाहिरी की मौत के ऐलान के समय कहा कि यह आतंकी अमेरिका पर 9/11 के हमले की योजना बनाने में शामिल था जिसमें करीब 3 हजार लोग मारे गए थे। पिछले कई दशक से अमेरिकी नागरिकों की हत्या का जवाहिरी मास्टरमांइड था। उन्होंने कहा कि अब इंसाफ हो गया है। उन्होंने बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी को 6 महीने पहले ही जवाहिरी के अफगानिस्तान पहुंचने की खबर लग गई थी। वह अपने परिवार के साथ रहने के लिए पहुंचा था।