Paytm में पैसा लगाने वालों के 35 हजार करोड़ उड़े, शेयर मार्केट पर एक्सपर्ट्स की ये बातें गांठ बांध लें
हाइलाइट्स
- पेटीएम के शेयरों की आज स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग हो गई
- डिस्काउंट के साथ हुई लिस्टिंग के कारण निवेशकों को 35 हजार करोड़ का झटका लगा
- अब निवेशकों में खलबली मची है कि आखिर वो शेयर में निवेश बनाए रखें या निकल जाएं
- ऐसे में बाजार विशेषज्ञों की राय से निवेशकों को निर्णय लेने में काफी मदद मिल सकती है
नई दिल्ली
देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट प्लैटफॉर्म पेटीएम (Paytm) का शेयर आज निवेशकों को निराश कर गया। कंपनी के निवेशकों का 35 हजार करोड़ रुपये लिस्टिंग के दिन ही स्वाहा हो गया क्योंकि पेटीएम की पैरंट कंपनी One 97 Communications का शेयर डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुआ। इसका इश्यू प्राइस 2,150 रुपये था और बीएसई (BSE) पर यह 1,955 रुपये यानी 9.07 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ। एनएसई (NSE) पर यह 9.3 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1,950 रुपये पर लिस्ट हुआ। बीएसई पर शुरुआती कारोबार में यह 20 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ 1,586.25 रुपये तक गिर गया था।
अब क्या करें निवेशक
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि पेटीएम को लेकर निवेशकों ने बड़ा सपना देख लिया जो आधारहीन था। कंपनी का प्रदर्शन सुधर नहीं रहा था और फिनटेक मार्केट जितना प्रतिस्पर्धी हो गया है कि उसके लिए बाउंस बैक करना भी बहुत आसान नहीं है। यही वजह है कि निवेशकों में खलबली मच गई है। आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं..
मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि पेटीएम अब यहां से उछाल भर सकता है। इस तरह का वैल्युएशन वास्तव में वित्तीय पागलपन है। मैं मौजूदा कीमत के 50% से कम डिस्काउंट पर भी सहज नहीं महसूस करूंगा क्योंकि मुझे मार्केट में पेटीएम के दबदबे की गुंजाइश नहीं दिखती है। जिस तरह का सपना दिखाया गया, वो साकार होता नहीं दिखता है।
पेटीएम का 75 फीसदी रेवेन्यू बेसिक पेमेंट्स बिजनस से आता है। इसमें बहुत कम मार्जिन है। कंपनी के बाकी कारोबार बहुत छोटे हैं और इनके विस्तार में अभी समय लगेगा। इनमें म्यूचुअल फंड्स, इंश्योरेंस या गोल्ड लोन बिजनस शामिल है। पेटीएम बड़ी कंपनी है। इसके साइज और ऑपरेशंस को देखते हुए कहा जा सकता है कि कंपनी इसमें नकदी झोंकना जारी रखेगी। कंपनी का बिजनस कब प्रॉफिट में आएगा, इसके लिए हमें इंतजार करना होगा।
पेटीएम लगातार घाटे में चल रही है और इसके निकट भविष्य में मुनाफे में आने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में जिन निवेशकों ने लिस्टिंग गेन के लिए पैसा लगाया है, वे इससे निकल सकते हैं। नए निवेशकों को नए जमाने की दूसरी कंपनियों का रुख करना चाहिए जो पेटीएम से बेहतर परफॉर्म कर सकती हैं।
लंबे वक्त के लिए निवेश बनाए रखने की मंशा है तो शेयर रख सकते हैं, लेकिन ज्यादा देर तक नहीं ठहर सकते तो जल्दी ही बेचकर निकल जाएं क्योंकि निकट भविष्य में इसमें और कमजोरी आ सकती है।
निवेशक को शेयर लंबे समय तक रखना चाहिए और पेटीएम का और शेयर नहीं खरीदना चाहिए।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि जिन निवेशकों को पेटीएम के शेयरों का आवंटन हुआ है, उन्हें 1720 रुपये के लेवल पर इससे निकल जाना चाहिए। केवल एग्रेसिव इनवेस्टर्स को ही लंबे समय तक यह स्टॉक अपने पास रखना चाहिए।
कंपनी को अभी कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा जिससे उसका मार्केट शेयर प्रभावित होता। लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को शेयर रखे रहना चाहिए और अच्छी कीमत मिलने का इंतजार करना चाहिए।
पेटीएम का वित्तीय प्रदर्शन कमजोर पड़ रहा था। संभवतः इसी कारण से उसके प्रति नकारात्मक भाव पैदा हुआ। निवेशकों को नए जमाने के स्टार्टअप्स में निवेश करने से पहले ठीक से देख-परख लेना चाहिए।