प्रियंका चोपड़ा ने ओप्रा विन्फ्री संग इंटरव्यू में की ‘हिंदू धर्म’ पर बात
टीवी पर्सनैलिटी ने ओप्रा विन्फ्री (Oprah Winfrey) ने बीते दिनों मेगन मार्कल और प्रिंस हैरी का इंटरव्यू किया था, जिसने खूब सुर्खियां और विवाद बटोरे। ओप्रा के अगले एपिसोड में अब वह बॉलिवुड ऐक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) का इंटरव्यू करती नजर आएंगी। इस इंटरव्यू का प्रोमो सामने आया है, जिसमें प्रियंका ने अपने धार्मिक विचार सामने रखे हैं। प्रियंका ने बताया कि उनकी परवरिश एक धर्मनिरपेक्ष माहौल (Secular Upbringing) में हुई है। प्रियंका ने अपने ऊपर हिंदू (Hindu Religion) होने साथ-साथ ईसाई (Christian) और मुस्लिम (Islam) धर्म के प्रभाव का भी जिक्र किया है। साथ ही साथ प्रियंका ने उस डर और असुरक्षा के बारे में भी बात की है, जो 20 साल की उम्र (Insecurities Of 20s) में उन्होंने झेला है।
‘हिंदू परिवार में पैदा हुई, कॉन्वेंट में की पढ़ाई’
प्रियंका चोपड़ा, ओप्रा विन्फ्री के शो पर अपनी किताब ‘अनफिनिश्ड’ (Unfinished) को प्रमोट करने पहुंची थीं। प्रोमो वीडियो में ओप्रा प्रियंका से भारत की ‘आध्यात्मिक ऊर्जा’ पर बात करती हैं, इस पर प्रियंका कहती हैं, ‘हां, अगर आप भारत में हैं तो आप आध्यात्म से दूर नहीं रह सकते हैं। हमारे यहां कई धर्म हैं। मैं एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ी। मुझे वहां ईसाई धर्म के बारे में जानकारी हुई। मेरे पिता मस्जिदों में गाते थे, मुझे इस्लाम की जानकारी वहां से मिली। मैं खुद एक हिंदू परिवार में पली-बढ़ी।’
पिता ने धर्म को लेकर दी थी यह सीख
प्रियंका चोपड़ा ने आगे कहा कि उनके दिवंगत पिता डॉ. अशोक चोपड़ा हमेशा उनसे कहते थे हर धर्म का रास्ता एक ही ईश्वर की ओर जाता है। वह कहती हैं, ‘मैं हिंदू हूं। मैं पूजा करती हूं। मेरे घर में मंदिर है। मैं जितना कर सकती हूं, उतनी बार यह करती हूं। यदि मैं सच में कहूं तो मैं यह मानती हूं ईश्वर है। कोई एक ऐसी शक्ति है, जिस पर मैं विश्वास करना चाहती हूं।’
2018 में ही लिखना चाहती थीं किताब Unfinished
प्रियंका चोपड़ा ने ओप्रा विन्फ्री से कहा कि वह 2018 में ही किताब लिखना चाहती थीं। लेकिन तब दूसरी व्यस्तताओं की वजह से वह समय नहीं निकाल पाईं। लेकिन कोविड-19 संक्रमण और लॉकडाउन ने उन्हें यह मौका दिया। प्रियंका चोपड़ा की किताब ‘Unfinished’ न्यूयॉर्क टाइम्स के बेस्ट सेलर में शामिल हो चुकी है।
‘उम्र के इस पड़ाव पर अब सुरक्षित महसूस करती हूं’
अपनी किताब के बारे में बात करते हुए प्रियंका चोपड़ा ने अपने उस डर और असुरक्षा का भी जिक्र किया, जिससे वह 20 साल की उम्र के दौरान गुजरी हैं। प्रियंका कहती हैं, ‘ईमानदारी से कहूं तो एक महिला के तौर पर मैं अब खुद को एक सुरक्षित जगह पर महसूस करती हूं। जहां मुझे यह लगता है कि मैं 20 की उम्र के दशक में अपने डर और असुरक्षा को पीछे छोड़ सकती हूं। मैं अब उन बातों के लिए परेशान नहीं हो सकती, जिनसे पहले मुझे डर लगता था।’ प्रियंका चोपड़ा का यह इंटरव्यू 24 मार्च को डिस्कवरी+ पर प्रसारित होगा।