जिंदगियां बचाने में जुटा रेलवे, 350 मीट्रिक टन ऑक्सिजन दिल्ली पहुंचाई
हाइलाइट्स:
- कोरोना के कहर के बीच जिंदगियां बचाने में जुटा रेलवे
- हफ्ते भर में करीब 350 मीट्रिक टन ऑक्सिजन दिल्ली पहुंचाई
- दिल्ली में पहली ऑक्सिजन एक्सप्रेस ट्रेन 27 अप्रैल को आई थी
नई दिल्ली
ऑक्सिजन की भारी कमी से जूझ रहे दिल्ली के अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में भर्ती मरीजों के लिए रेलवे की ऑक्सिजन एक्सप्रेस ट्रेनें दिन-रात ट्रैक पर दौड़ रहीं हैं और दूरदराज के इलाकों से कम से कम समय में ऑक्सिजन दिल्ली तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है। रेलवे ने हफ्ते भर के अंदर ही दिल्ली में करीब 350 मीट्रिक टन ऑक्सिजन पहुंचा दी है। हालांकि, दिल्ली की ऑक्सिजन की डिमांड के लिहाज से देखा जाए, तो यह खेप भी कम ही नजर आएगी, लेकिन कम से कम इसके जरिए ऑक्सिजन की सप्लाई की निरंतरता को जरूर सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।
सोमवार को जहां 2 टैंकरों में करीब 37 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सिजन लेकर एक ट्रेन उड़ीसा से दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची थी, वहीं मंगलवार को लगातार दूसरे दिन एक और ऑक्सिजन एक्सप्रेस ट्रेन एक बड़ी खेप लेकर दिल्ली पहुंची। दुर्गापुर से चली यह ऑक्सिजन एक्सप्रेस ट्रेन 6 क्रायोजेनिक कंटेनरों में कुल 120 टन ऑक्सिजन लेकर मंगलवार की सुबह तुगलकाबाद स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो पहुंची, जहां से इन कंटेनरों को उतारकर ट्रक पर लादा गया, ताकि आगे जरूरत के अनुसार इस ऑक्सिजन को अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों तक भेजा जा सके। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को भी दो और ट्रेनें ऑक्सिजन की दो बड़ी खेप लेकर दिल्ली आने वाली हैं।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में पहली ऑक्सिजन एक्सप्रेस ट्रेन 27 अप्रैल को आई थी। यह ट्रेन छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से करीब 70 मीट्रिक टन ऑक्सिजन लेकर दिल्ली कैंट स्टेशन पहुंची थी। अभी तक कुल 4 ट्रेनें करीब 350 मीट्रिक टन ऑक्सिजन दिल्ली आ चुकी हैं, जबकि दो अन्य ट्रेनें आज यानी बुधवार को आने वाली हैं, जो करीब 150 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सिजन और लेकर आ रहीं हैं। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि आगे भी सरकार से मिले निर्देशों के अनुसार दिल्ली व एनसीआर के अन्य इलाकों तक ऑक्सिजन एक्सप्रेस ट्रेनों के जरिए ऑक्सिजन की सप्लाई को निरंतर सुनिश्चित किया जाता रहेगा।