रूस ने यूक्रेन में उतारी 95 फीसदी लड़ाकू सेना, दागीं 600 मिसाइलें, अमेरिकी दावे से दहशत
हाइलाइट्स
- यूक्रेन में रूस के हमले का आज 12 वां दिन है और दोनों ही पक्षों में भीषण लड़ाई जारी है
- रूस के निशाने पर राजधानी कीव फिर से आ गई है और निर्णायक हमले की तैयारी है
- अमेरिका का दावा है कि रूस ने अपनी 95 फीसदी लड़ाकू सेना को यूक्रेन की जंग में उतारा
यूक्रेन में रूस के हमले का आज 12 वां दिन है और दोनों ही पक्षों में भीषण लड़ाई जारी है। रूस के निशाने पर राजधानी कीव एक बार फिर से आ गई है और निर्णायक हमले के लिए उसने बड़े पैमाने पर हथियार जमा कर लिया है। इस बीच अमेरिका का दावा है कि रूस ने अपनी 95 फीसदी लड़ाकू सेना को यूक्रेन की जंग में उतार दिया है। अमेरिका के रक्षा अधिकारियों ने कहा कि रूस के यूक्रेन पर हमले की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मास्को ने अब तक 600 मिसाइलें यूक्रेन की सरजमीं पर दागी हैं।
पेंटागन के अधिकारियों ने बताया कि कीव के आसमान पर अभी भी रूसी सेना कब्जा नहीं कर पाई है और यूक्रेन की सेना हवा में उसे करारा जवाब दे रही है। उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि यूक्रेन के लोग देश के ज्यादातर हिस्सों में मोबाइल, इंटरनेट और मीडिया का इस्तेमाल कर पा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि ओडेसा में रूसी नौसेना की ओर से समुद्र के रास्ते हमले की कोई सूचना नहीं है। इस बीच यूक्रेन के मध्य, उत्तरी और दक्षिण हिस्से में स्थित शहरों में रूसी सुरक्षा बलों ने गोलाबारी तेज कर दी है। यूक्रेन के एक अधिकारी ने बताया कि इस गोलाबारी से वहां फंसे नागरिकों को निकालने का दूसरा प्रयास भी विफल हो गया है।यूक्रेन के राष्ट्रपति ने देश की जनता से लड़ने के लिए सड़कों पर उतरने का आग्रह किया है। वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस के हमलों को ‘केवल तभी रोका जा सकता है, जब यूक्रेन शत्रुता समाप्त कर दे।’ यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने बताया कि कीव के बाह्य इलाकों में, उत्तर में चेर्निहिव, दक्षिण में मायकोलाइव और देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रविवार देर रात गोलाबारी की गई। यूक्रेन के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, खारकीव के रिहायशी इलाकों में तोपों से गोले दागे गए और गोलाबारी में टेलीविजन टॉवर क्षतिग्रस्त हो गया।
इन ताजा हमलों के बाद यूक्रेन के और लोगों को युद्ध की चपेट में आने से बचा पाने की उम्मीद अब कम हो गई है। भोजन, पानी, दवा और लगभग सभी अन्य सामान की दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में भारी कमी है, जहां रूसी और यूक्रेनी सेना 11 घंटे के संघर्ष विराम के लिए सहमत हुई थी, ताकि नागरिकों और घायलों को निकाला जा सके। इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूसी हमलों से मानवीय गलियारे बंद हो गए हैं। गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटोन ग्रेराश्नेको ने कहा, ‘कोई ग्रीन कॉरिडोर नहीं हो सकता, क्योंकि केवल रूसियों का बीमार दिमाग ही यह तय करता है कि कब और किस पर गोलीबारी करनी है।’