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‘कीव का भूत’ याद है? अब ये खूबसूरत स्नाइपर बरपा रही कहर, कौन है रूसी आर्मी की नाक में दम करने वाली ‘चारकोल’

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कीव : रूस और यूक्रेन का युद्ध 24 फरवरी को शुरू हुआ। रूसी सेना आक्रामक और हथियार संपन्न थी लेकिन यूक्रेन के प्रतिरोध ने उसके कदम रोक दिए। इसमें यूक्रेनी सेना के कई जाबांज सैनिकों और आम नागरिकों ने बड़ी भूमिका निभाई। रूस के लड़ाकू विमानों के लिए सबसे बड़ा काल बना ‘कीव का भूत’ (Ghost of Kyiv) जिसे लोगों ने ‘यूक्रेन का हीरो’ कहा। लेकिन अब यूक्रेन की एक नई ‘हीरो’ सामने आई है जो रूसी खेमें तबाही मचा रही है।

यह एक महिला स्नाइपर है जिसे ‘चारकोल’ (Charcoal) के नाम से जाना जा रहा है। यूक्रेनी सेना ने फेसबुक पर इस स्नाइपर की तस्वीरें जारी की हैं जिसमें इसके आधे ढके चेहरे को देखा जा सकता है जो ‘चारकोल’ की पहचान है। इस महिला स्नाइपर की तुलना द्वितीय विश्व युद्ध की ‘महान’ शार्पशूटर, ‘लेडी डेथ’ से हो रही है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी सेना की तरफ दी गई जानकारी के अनुसार ‘चारकोल’ 2017 में अपने छोटे भाई को इम्प्रेस करने के लिए सेना में भर्ती हुई थी।

‘नाजी भी इन दरिंदों जितने नीच नहीं थे’
द इंडिपेंडेंट के मुताबिक वह देश के उत्तरी हिस्से में रूस समर्थित अलगाववादियों के खिलाफ लड़ती रही और जनवरी में अपना कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने तक देश की सेवा करती रही। 24 फरवरी को जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया वह वापस सेना में शामिल हो गई। रिपोर्ट के अनुसार ‘चारकोल’ ने रूसियों के लिए कहा, ‘ये इंसान नहीं हैं। नाजी भी इन दरिंदों जितने नीच नहीं थे। हमें इन्हें बाहर निकालना होगा!’‘लेडी डेथ’ से हो रही ‘चारकोल’ की तुलना
यूक्रेनी सेना ने फिलहाल ‘चारकोल’ की युद्ध में सफलताओं के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है। जिस ‘लेडी डेथ’ से ‘चारकोल’ की तुलना हो रही है वह सोवियत रेड आर्मी में शामिल एक यूक्रेनी स्नाइपर थी। उसका असली नाम ल्यूडमिला पावलिचेंको था जिसने द्वितीय विश्व युद्ध में कथित रूप से 300 जर्मन सैनिकों की हत्या की थी। ‘चारकोल’ से पहले एक रहस्यमय पायलट को ‘यूक्रेन का हीरो’ कहा जा रहा था जिसने खबरों के मुताबिक अपने मिग-29 से 10 रूसी लड़ाकू विमानों को मार गिराया था।

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