जमीन से उछलकर पहुंचा स्पेस, हजारों साल बाद धरती पर लौटा… सहारा में मिला पहला ‘बूमरैंग उल्कापिंड’
हाइलाइट्स
- सहारा रेगिस्तान में मिला पत्थर निकला धरती से स्पेस में गया उल्कापिंड
- खोजकर्ताओं को मिले धरती पर उत्पत्ति के सबूत, स्पेस में गुजारे हजारों साल
- वैज्ञानिकों का यह दावा सच हुआ तो कहलाएगा पहला बूमरैंग उल्कापिंडा
अंतरिक्ष में होने के सबूत मिले
इसे 2018 में मोरक्को के सहारा रेगिस्तान के एक अज्ञात हिस्से में खोजा गया था। किसी ने भी चट्टान को पृथ्वी पर गिरते हुए नहीं देखा था। खोजकर्ताओं को बेरिलियम-3, हीलियम-10 और नियॉन-21 सहित आइसोटोप के निशान भी मिले हैं, जो दिखाते हैं कि चट्टान ब्रह्मांडीय किरणों के संपर्क में थी। इन आइसोटोप के स्तर से पता चलता है कि चट्टान कम से कम 10,000 वर्षों से अंतरिक्ष में थी या संभवतः इससे भी अधिक समय तक।
धरती से अंतरिक्ष में कैसे गया उल्कापिंड?
यह उल्कापिंड धरती से अंतरिक्ष में कैसे गया, इसकी दो संभावनाएं हैं। पहला, एक विशाल ज्वालामुखी विस्फोट ने इसे सीधे अंतरिक्ष में भेज दिया और दूसरा यह कि चट्टान एक विशालकाय ऐस्टरॉइड की टक्कर के कारण वायुमंडल से बाहर चली गई। शोधकर्ताओं का मानना है कि बाद वाली घटना की संभावना सबसे ज्यादा है क्योंकि कोई भी इतना शक्तिशाली ज्वालामुखी विस्फोट रिकॉर्ड में नहीं है जो चट्टानों को अंतरिक्ष में लॉन्च कर सके।