Droupadi Murmu-Sonia News: द्रौपदी मुर्मू और सोनिया गांधी की ये तस्वीर हमारे लोकतंत्र की सबसे खूबसूरत तस्वीर क्यों है?
हाइलाइट्स
- द्रौपदी मुर्मू और सोनिया गांधी के बीच राष्ट्रपति भवन में मुलाकात
- लोकतंत्र की ये सबसे खूबसूरत तस्वीर में एक है
- मुर्मू ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनीं
दरअसल, संसद के मॉनसून सत्र के बीच एक प्रदर्शन के दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह दिया था। इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस और सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा था। संसद में खूब बवाल हुआ था। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने सोनिया पर एक के बाद एक कई हमले बोले थे। सोनिया इन हमलों से काफी आहत हुई थीं और तमतमाते हुए पत्रकारों के सवाल का जवाब दिया था। गौरतलब है कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन किया था।
बड़ा गुलदस्ता, शिष्टाचार मुलाकात
अब एक और तस्वीर को देखिए। इस तस्वीर में सोनिया मुस्कुराते हुए राष्ट्रपति मुर्मू से मिल रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हाथों में बड़ा सा गुलदस्ता राष्ट्रपति को दे रही हैं। दोनों नेता काफी गर्मजोशी से मिल रहे हैं। दरअसल, राजनीति का मिजाज भी यही है। आप भले ही पक्ष और विपक्ष के हों लेकिन इतनी आत्मीयता तो होती ही है कि जब मिले तो मुलाकात में गर्मजोशी दिखे।
मुस्कान और गर्मजोशी से मुलाकात
वैसे भी राजनीतिक दलों के बीच तो विचारधारा की लड़ाई होती है। एनडीए ने अपनी संख्याबल की बदौलत राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को जीत दिलाने में सफल रहा था। इस चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले धड़े को हार मिली थी। पर वो हार तो विचारधारा की लड़ाई के स्तर पर रही। अब जबकि मुर्मू देश की पहिला आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं तो सभी विपक्षी नेता सम्मान के रूप में उनसे मुलाकात के लिए समय मांग रहे हैं। इसी कड़ी में सोनिया ने भी आज मुर्मू से मुलाकात किया। दोनों नेताओं ने मुस्कान के साथ एक-दूसरे से मुलाकात की।
सारे गिले-शिकवे दूर
वैसे भी जब कोई नेता देश के सर्वोच्च पद पर बैठ जाता या जाती हैं तो वो दलीय राजनीति से ऊपर ऊठ जाते हैं। मुर्मू देश की राष्ट्रपति हैं और सोनिया ने इस सर्वोच्च पद बैठे नेता से आज मुलाकात की। दोनों की बॉडी लैंग्वेज भी जबरदस्त है। हालांकि, ये शिष्टाचार मुलाकात थी लेकिन ये ‘रिश्तों’ पर पड़ी धूल को हटाने और दिखाने का जरिया भी था। इस तस्वीर से साफ लगता है धूल भी हटी, दीवार में टूटी, दिल भी मिलें। यही तो ये तस्वीर है।