नए रेलमंत्री ने इंजीनियर से कहा- आप मुझे सर नहीं बॉस बोलोगे, Video वायरल
नई दिल्ली. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया. मंत्रिमंडल में 36 नए चेहरों को मौका दिया गया है. लेकिन पिछले दो दिनों में ही जिस मंत्री ने सबसे ज्यादा सूर्खियां बटोरी है वो हैं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railways Minister Ashwini Vaishnaw). मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही वो एक्शन में दिख रहे हैं. उन्होंने पहले दिन ही आदेश दिया कि अब रेलवे का स्टाफ अलग-अलग शिफ्ट में काम करेगा. एक शिफ्ट सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक होगी तो वहीं दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे से रात 12 बजे तक चलेगी. और अब रेल मंत्री का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. जहां वो रेलवे के एक इंजीनियर से मुलाकात कर रहे हैं. इसी दौरान वैष्णव ने कहा कि उन्हें सर नहीं बॉस बुलाया जाए.
दरअसल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मंत्रालय का चार्ज लेने के बाद अपने स्टाफ से मुलाकात करने पहुंचे. इसी दौरान उन्होंने वहां मौजूद स्टाफ से कहा ‘बहुत बढ़िया काम करेंगे, खूब मजा आएगा..जिंदगी में लगे कि हां, मजा आया.’ इसी दौरान रेल मंत्रालय के एक स्टाफ ने रेल मंत्री से अपने दूसरे साथी की तरफ इशारा करते हुए कहा ‘सर कल हमलोग बात कर रहे थे कि हमारे ये साथी उसी कॉलेज से पढ़े हैं जहां से आपने पढ़ाई की है.’ ये सुनकर मंत्री जी बेहद खुश हो जाते हैं. वो कहते हैं MBM से हो. इसके बाद रेल मंत्री इंजीनियर को अपने पास बुलाते हैं.’
इंजीनियर को लगाया गले
इसके बाद वो कहते हैं ‘आओ-आओ गले लगते हैं. वहां मौजूद दूसरे कर्मचारी ताली बजाकर उनका स्वागत करते हैं, इसके बाद वहां मौजूद एक स्टाफ कहते हैं कि ‘सर हम लोग बात कर रहे थे कि अगर मंत्री जी से कभी मिलेंगे तो उन्हें ये बता देंगे कि हम उसी कॉलेज से पढ़े हैं जहां से वो पढ़े हैं.’ इसके बाद अश्विनी वैष्णव कहते हैं कि आप मुझे बॉस बोलोगे..’हमारे कॉलेज में जूनियर सीनियर को सर नहीं बॉस बोलते हैं. तो आप मुझे बॉस बोलेंगे…
पूर्व आईएएस है अश्विनी वैष्णव
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पूर्व आईएस अधिकारी हैं. राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले अश्विनी ने 1994 में आईएएस की परीक्षा पास की थी. उन्होंने आईटी कानपुर से एमटेक की पढ़ाई की. इससे पहले उन्होंने जोधपुर के एमबीएम कॉलेज से बीटेक की. साथ ही अमेरिका के एक बड़े कॉलेज से MBA की भी डिग्री ली. साल 2003 में उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी. इसके बाद अपना बिजनेस करने के बाद वो राजनीति में आ गए.