‘अपराधियों को ठोक देंगे, गले में डालूंगा फांसी का फंदा’, कन्हैयालाल की हत्या पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने खोया आपा
उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। उदयपुर हत्याकांड को लेकर राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आपा खो दिया है। मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि जो भी आरोपी है उसे ठोककर मारेंगे। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘पूरे देश में आज जो माहौल बिगड़ा है, कहीं पर भी जो सांप्रदायिकता का माहौल है। उस माहौल को ठीक करना हमारी जिम्मेदारी है। जो माहौल बिगड़ा है वह बीजेपी की करतूत है। राजस्थान में किसी भी कीमत पर माहौल नहीं बिगड़ने देंगे। जिन अपराधियों ने अपराध किया है उन्हें ठोककर मारेंगे। किसी कीमत पर छोड़ेंगे नहीं। ये मानकर चलना जब फांसी का फंदा गले में पड़ेगा तब इन्हें दर्द का पता चलेगा। जब पुलिस इन्हें पीटेगी तब पता चलेगा पुलिस का डंडा किसे कहते हैं। बीजेपी ने पूरे देश में बार-बार माहौल बिगाड़ा है। राजस्थान में इस तरह की घटना चाहे किसी भी धर्म का व्यक्ति करे उसे हम छोड़ेंगे नहीं। कन्हैयालाल की हत्या कर इन दोनों व्यक्तियों ने जो हीरो बनने की कोशिश की है। हम इनकी हीरोपंथी निकाल देंगे।’
राजस्थान पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि पूरे देश में केंद्र सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। वही आग राजस्थान में भी लगे हैं। लेकिन यहां अपराधी बचेंगे नहीं। अपराधियों के लिए मैंने साफ तौर से कहा है कि राजस्थान में इन्हें हम ठोककर मारेंगे, फांसी का फंदा गले में डालेंगे।
इससे पहले मंत्री प्रताप सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है, धर्म कायरर्ता और धोखा नही सिखाता हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा। अपराधी कोई भी हो उसको फांसी पर लटकाना और क़ानून की ताक़त का एहसास कराना ज़रूरी है॥’
एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है ,धर्म कायरर्ता और धोखा नही सिखाता हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा ।
अपराधी कोई भी हो उसको फाँसी पर लटकाना और क़ानून की ताक़त का एहसास कराना ज़रूरी है ॥
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) June 28, 2022
कन्हैयालाल की पत्नी ने भी आरोपियों को फांसी देने की मांग की
कन्हैयालाल का शव निकलने के दौरान उनकी पत्नी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल दिखा। कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा, ‘आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा।’ कन्हैयालाल की भांजी ने कहा कि हमारे घर से मामा जी को आज मारा गया है, कल किसी और के घर से मारा जाएगा। इसलिए आरोपी को हर हाल में फांसी की सजा होनी चाहिए। एक अन्य परिजन ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि अगर आरोपी को तत्काल सख्त सजा नहीं मिली तो लोगों की हिम्मत बढ़ जाएगी। आरोपी को ऐसी सजा दी जाए जिसके बाद किसी की हिम्मत ना हो कि वह ऐसी वारदात को अंजाम दे। राजस्थान के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
उदयपुर की वारदात कोई मामूली घटना नहीं : गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि उदयपुर की घटना कोई मामूली वारदात नहीं है और जब तक अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर उनके (आरोपियों के) कुछ संबंध नहीं हों ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इस वारदात की जांच उसी को ध्यान में रखते हुए की जा रही है कि जिन्होंने हत्या की है, उनकी क्या साजिश थी, क्या षड्यंत्र था, किससे उनके संपर्क हैं, क्या वे कियी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के संपर्क में हैं, इन तमाम बातों का खुलासा होगा। उल्लेखनीय है कि उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को दिन दहाड़े दो मुस्लिम लोगों ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी की हत्या कर दी थी।
उदयपुर दर्जी हत्याकांड: एनआईए करेगी जांच, आतंकी कनेक्शन के संदिग्ध
जयपुर में बुधवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक से पूर्व गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। घटना मामूली नहीं है और जब तक कि इसका अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर जो कुछ ऐसे रेडिकल एलिमेंट (कट्टरपंथी तत्व) हैं, उससे संबंध नहीं हो, ऐसे नहीं हो सकती। उसी रूप में इसकी जांच-पड़ताल शुरू की गई है।’
गहलोत ने कहा कि घटना बहुत बड़ी व जघन्य है। उन्होंने कहा, ‘मैंने कल भी कहा कि इसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है और हमने इसीलिए एसआईटी गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है।’ मंगलवार को दर्जी की हत्या की घटना के बाद शहर में उत्पन्न हुए तनाव को देखते हुए जिले के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। राज्यभर में 24 घंटे के लिये मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था और आगामी एक माह के लिये प्रदेश में निषेधाज्ञा लगा दी गई थी।