Myanmar Coup: कई परिवारों को भारत में शरण दिलाने की कोशिश में म्यांमार का हथियारबंद समूह
हाइलाइट्स:
- म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद मिजोरम में जारी अलर्ट
- कार्रवाई की आशंका से शरण की फिराक में कई परिवार
- मिजोरम से सटा है चिन प्रदेश, अब शरण लेने की आशंका
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आइजोल
पड़ोसी देश म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद अब मिजोरम में बड़े पैमाने पर शरणार्थियों के आने को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। म्यांमार में सेना की कार्रवाई की आशंका के मद्देनजर हथियारबंद समूह ने कम से कम 40 परिवारों को भारत में शरण दिलाने का प्रयास किया है। चम्पई जिला प्रशासन ने इसको लेकर नोटिस जारी कर अलर्ट किया है।
चम्पई जिले की डेप्युटी कमिश्नर मारिया सीटी जुआली ने म्यांमार में हुए हालिया बदलाव के बाद शरणार्थियों के आने को लेकर अलर्ट जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिन गांवों में ऐसे शरणार्थियों के आने की आशंका है, उनके नाम, उम्र, पहचान पत्र ऑफिस में रिपोर्ट किया जाए।
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चम्पई जिला, म्यांमार के चिन राज्य के साथ लंबी सीमा साझा करता है। यहां चिन समुदाय की बड़ी आबादी रहती है। मिजोरम के प्रमुख मिजो और चिन समुदाय का जातीय वंश एक ही है और दोनों ईसाई धर्म के अनुयायी हैं। दोनों के बीच शादियां भी होती हैं। मिजोरम में चिन समुदाय की ठीक-ठाक आबादी है। अब उन्हें म्यामांर से रिश्तेदारों के पलायन का जर सता रहा है।
मारिया ने बताया कि उन्होंने परिस्थिति के बारे में राज्य के गृह विभाग को भी सूचित कर दिया है। अब आगे के आदेश को लेकर प्रतीक्षा की जा रही है। मिजोरम और म्यांमार की सीमा पर तार से घेराबंदी का काम भी शुरू किया जा रहा है। चिन नैशनल आर्मी का म्यांमार आर्मी के साथ विवाद भी है।