इजरायल और अमेरिका में बढ़ेगा तनाव! बाइडेन ने कराई थी सेना की 5 यूनिट्स की जांच; भड़के नेतन्याहू
हमास से जारी युद्ध के बीच इजरायल की उसके सदाबहार दोस्त अमेरिका से भी बिगड़ गई है। अमेरिका का कहना है कि वह इजरायली डिफेंस फोर्सेज की एक यूनिट नेत्जा येहूदा पर प्रतिबंध लगाएगा, जिस पर मानवाधिकारों के उल्लंघन और युद्ध अपराधों का आरोप है। इसके बाद से ही इजरायल भड़का हुआ है और खुद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि हम इस ज्यादती के खिलाफ लड़ेंगे। इस बीच एक रिपोर्ट आई है, जिससे पता चलता है कि अमेरिका और इजरायल के बीच रिश्ते किस कदर तक बिगड़ चुके हैं।
न्यूज वेबसाइट प्रोपब्लिका की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इजरायल की सेना की 5 यूनिट्स के खिलाफ जांच कराई थी। इन यूनिट्स के बारे में शिकायत थी कि इन्होंने युद्ध अपराध किए हैं और मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है। जांच में पाया गया कि नेत्जा येहूदा के खिलाफ मिली शिकायतें ठीक हैं, जबकि 4 अन्य को संदेह का लाभ दिया गया। अमेरिकी नीति है कि जिन मित्र देशों की सेना यूनिट्स के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन के सबूत मिलते हैं, उनकी फंडिंग रोक दी जाती है।
बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा था कि हम इस मामले में कृत संकल्पित हैं कि मानवाधिकार का उल्लंघन करने वाली सेना यूनिट पर प्रतिबंध लगाए जाएं। आरोप था कि नेत्जा येहूदा यूनिट ने गाजा पट्टी में हमलों के दौरान मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है। अब भी इजरायल ने इस यूनिट को गाजा में तैनात कर रखा है। यही नहीं इजरायल को अमेरिका की ओर से जांच कराना और प्रतिबंध लगाने का ऐलान बहुत अखरा है। इजरायल का कहना है कि हमारी यह यूनिट अब भी ऐक्टिव है और गाजा में अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक ही काम कर रही है।
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी वॉर कैबिनेट ने तो रविवार को साफ कहा कि अमेरिका रेड लाइन पार न करे। यदि ऐसा होता है तो फिर हम भी जवाब देंगे। यही नहीं बेंजामिन नेतन्याहू ने तो पिछले दिनों अमेरिका की उस सलाह को भी इनकार कर दिया था, जिसमें उसने ईरान से जंग न लड़ने की सलाह दी थी। इस पर नेतन्याहू ने कहा था कि इजरायल अपने स्तर पर फैसला लेने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हम तय करेंगे कि ईरान पर कब और कैसे हमला करना है। यही नहीं इसके बाद बीते सप्ताह इजरायल ने अटैक किया भी था।