कंगना के ‘वह आजादी नहीं, भीख थी’ बयान पर भड़के वरुण
नई दिल्ली
बीजेपी के नेता और सांसद वरुण गांधी ने कंगना रनौत के 1947 की आजादी को भीख बताए जाने वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा, कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह?
इससे पहले कंगना रनौत ने टाइम्स नाउ के कार्यक्रम में कहा था कि 1947 में मिली आजादी और हिंसा का जिक्र करते हुए कंगना ने कहा था कि वो आजादी नहीं थी बल्कि भीख थी। कंगना इतने पर ही नहीं रुकीं, उन्होंने आगे कहा कि जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली है।
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
सोशल मीडिया पर हुई थी आलोचना
कंगना रनौत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। लोगों ने कहा कि कंगना हजारों कुर्बानियों को भीख बता रही हैं। कई लोगों ने यूपीए शासन काल के दौरान उन्हें नेशनल अवॉर्ड को स्वीकार किए जाने पर भी सवाल खड़े किए थे। यूजर का कहना था कि यदि वह आजादी भीख थी तो आपने वह नेशनल अवॉर्ड क्यों लिया। एक यूजर ने उन्हें झांसे की रानी का भी खिताब दिया। वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि कंगना खुद लकड़ी के घोड़े पर सवार होकर प्लास्टिक की तलवार लेकर वीरांगना बनती हैं।