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‘दिमाग’ के बिना कैसे चलेगा मुकेश अंबानी का स्मार्टफोन!

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हाइलाइट्स

  • जियो को स्मार्टफोन जियोफोन नेक्स्ट का लॉन्च टालना पड़ा है
  • सेमीकंडक्टर चिप की कमी के कारण कंपनी ने यह फैसला किया है
  • बजट स्मार्टफोन के कारण जियोफोन नेक्स्ट में होंगे खास कंपोनेंट्स
  • चिप की कमी और बढ़ती लागत से कीमत कम रखना बड़ी चुनौती

नई दिल्ली
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाले रिलायंस जियो (Reliance Jio) को अपने बहुप्रतीक्षित स्मार्टफोन जियोफोन नेक्स्ट (JioPhone Next) का लॉन्च टालना पड़ा है। इसे 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी के मौके पर लॉन्च किया जाना था लेकिन कंपनी का कहना है कि अब इसकी बिक्री दिवाली के आसपास शुरू होगी। सेमीकंडक्टर चिप की कमी के कारण कंपनी को इसका लॉन्च टालना पड़ा है। इसे दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन माना जा रहा है। लेकिन एनालिस्ट्स का कहना है कि कंपोनेंट्स की कमी और बढ़ती लागत के चलते कंपनी के लिए इसकी कीमत को कम रखना बड़ी चुनौती होगी।

दुनिया में इस समय सेमीकंडक्टर्स चिप्स की भारी कमी है। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्ट्स, वीकल्स, स्मार्टफोन और दूसरे गैजेट बनाने में होता है। इसे आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का ‘दिमाग’ कहा जाता है। इसकी कीमत कुछ डॉलर होती है लेकिन इसकी कमी के कारण दुनियाभर की कंपनियों को अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है। दुनियाभर में चिप सप्लाई संकट की शुरुआत 2020 में कोविड-19 महामारी आने के साथ हुई थी। पिछले कुछ महीनों में यह बहुत गहरा गई है और दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक गुड्स और कंपोनेंट्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

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क्या कहते हैं जानकार
Counterpoint Research में एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने ईटी से कहा कि कंपोनेंट्स की कमी के कारण एंट्री लेवल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। कुछ कंपोनेंट्स की कीमत करीब 20 फीसदी तक बढ़ गई है। जियो के लिए अब सप्लाई को मैनेज करना सबसे जरूरी है। यानी जियोफोन नेक्स्ट के पहले वर्जन की शेल्फ लाइफ (shelf-life) सीमित हो सकती है। अगले 6-8 महीनों में इसकी कीमत को किफायती बनाए रखना चुनौती हो सकती है। इससे जियो की प्राइसिंग स्ट्रैटजी भी प्रभावित होगी।

इस फोन को जियो और गूगल (Google) ने मिलकर विकसित किया है। कंपनी का कहना है कि अभी सीमित यूजर्स के साथ इसकी टेस्टिंग चल रही है। आईडीसी के रिसर्च डायरेक्टर नवकेंद्र सिंह ने कहा कि कंपोनेंट्स की कमी और सप्लाई चेन की चुनौतियों के कारण कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर की मुश्किलें बढ़ी हैं। इसलिए जियो के स्मार्टफोन की लॉन्चिंग टालने का फैसला आसानी से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि बजट स्मार्टफोन होने के कारण जियोफोन नेक्स्ट कुछ खास कंपोनेंट्स का इस्तेमाल करेगा जिससे उसकी चुनौती बढ़ जाएगी।

क्या बढ़ जाएगी कीमत
Strategy Analytics के एनालिस्ट अभिलाष कुमार ने कहा कि दुनियाभर में कंपोनेंट्स की कीमतों में तेजी आई है। इसका मतलब है कि जियो को अपने फोन को टारगेट प्राइस पर बेचना मुश्किल होगा। कंपनी उम्मीद कर रही है कि दिवाली तक कंपोनेंट्स की कमी दूर हो जाएगी और इनकी कीमत काबू में आ जाएगी। इससे कंपनी को एडवांस्ड टेस्टिंग में भी मदद मिलेगी और वह टेस्टिंग के विभिन्न स्तरों पर सामने आने वाली खामियों को दूर कर सकेगी। जियो बड़ी संख्या में जियोफोन नेक्स्ट को मार्केट में उतारना चाहती है लेकिन कंपोनेंट्स खासकर सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

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