बड़ी राहत : झारखंड का कोरोना रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से हुआ ज्यादा
हाइलाइट्स:
- झारखंड के कोरोना रिकवरी रेट में लगातार सुधार
- कोरोना रिकवरी रेट अब बढ़कर 84.05 प्रतिशत
- कोरोना रिकवरी का राष्ट्रीय औसत 83.50 फीसदी
- झारखंड में मृत्यु दर अब भी राष्ट्रीय औसत से ज्यादा
रांची
झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर अब कम होने लगी है। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पालन, स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी और कोविड टेस्ट में तेजी आने के बाद अब स्थिति में लगातार सुधार होता दिख रहा है। करीब डेढ़ महीने बाद झारखंड में कोरोना रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से अधिक हुआ है।
कोरोना रिकवरी रेट अब बढ़कर 84.05 प्रतिशत
झारखंड में कोरोना रिकवरी रेट अब बढ़कर 84.05 प्रतिशत हो गई है जो राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। राष्ट्रीय औसत 83.50 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त ताजा आंकड़ों के मुताबिक राज्य में पिछले चौबीस घंटे के दौरान जहां 3776 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं । वहीं, 7 हजार 112 लोगों ने कोविड को हराया है।
पिछले चौबीस घंटे में 76 संक्रमितों की मौत
रांची में इस दौरान सैंपल जांच में 494 कोरोना मरीज मिले। दुखदायी बात ये है कि राज्य में अभी भी बड़ी संख्या में कोरोना से मौत हो रही। हालांकि यह संख्या अब घटती दिख रही है। राज्य में पिछले चौबीस घंटे में 76 संक्रमितों को जान गंवानी पड़ी है। ये आंकडा अभी कुछ दिनों पहले तक सौ के पार चल रहा था और अब तब 4 हजार 366 संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं।
झारखंड में फिलहाल कोरोना के 45 हजार 56 सक्रिय मरीज हैं। जबकि इस महामारी से उबरकर अब तक 2 लाख 60 हजार 602 लोग ठीक भी हुए हैं। राज्य में 7 मई को सक्रिय संक्रमितों की संख्या 61 हजार से ऊपर पहुंच गयी थी, लेकिन अब यह संख्या 45 हजार पर पहुंचने से बड़ी राहत मिली है।
झारखंड में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से अधिक
दूसरी तरफ राज्य में अब भी मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से अधिक बना हुआ है। संक्रमितों के मृत्यु दर का राष्ट्रीय औसत 1.10 प्रतिशत है, जबकि झारखंड में मृत्यु दर 1.40 प्रतिशत है। राज्य में सबसे अधिक एक्टिव मरीज रांची में 13691 हैं, जबकि पूर्वी सिंहभूम में 4474, हजारीबाग में 3129, बोकारो में 2435, रामगढ़ में 2313, लातेहार में 2086 और गुमला में 1919 एक्टिव मरीजों की संख्या है।