टैक्स बचाने के लिए दानवीर बनने का नाटक कर रहे हैं एलन मस्क!
हाइलाइट्स
- मस्क ने हाल में बड़ी संख्या में टेस्ला के शेयर बेचे हैं
- उनके पास इस समय 5 अरब डॉलर के करीब कैश है
- कयास लगाए जा रहे हैं कि वह इसे डोनेट कर सकते हैं
- मस्क ने अब तक अपनी नेटवर्थ का 1% फीसदी डोनेट किया है
नई दिल्ली
दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क (Elon Musk) ने हाल में बड़ी संख्या में टेस्ला (Tesla) के शेयर बेचे हैं। इससे अचानक उनके पास करीब 5 अरब डॉलर (करीब 37,176 करोड़ रुपये) कैश आ गया है। यह इतनी बड़ी रकम है कि दुनिया के अधिकांश लोग पूरी जिंदगी इतना खर्च नहीं कर पाते हैं। सवाल यह है कि मस्क इतनी बड़ी रकम का क्या करेंगे। Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक उनकी नेटवर्थ 285 अरब डॉलर है।
मस्क ने ट्विटर पर एक पोल शुरू किया था। इसमें उन्होंने अपने फॉलोअर्स से पूछा था कि वह टेस्ला में 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहते हैं और उन्हें ऐसा करना चाहिए या नहीं। यूजर्स ने इसके पक्ष में वोट दिया था। इसके बाद उनके ट्रस्ट ने पिछले हफ्ते करीब 5 अर ब डॉलर के शेयर ओपन मार्केट में बेच दिए। मस्क ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वह इस रकम का क्या करेंगे। लेकिन चैरिटी संगठनों में इस बात की चर्चा है कि वह इसका एक बड़ा हिस्सा दान कर सकते हैं।
टैक्स बचाने के लिए नाटक
लेकिन चैरिटी में उनके रेकॉर्ड को देखते हुए माना जा रहा है कि वह टैक्स बचाने के लिए इस तरह का नाटक कर रहे हैं। ट्विटर पर भी इसे लेकर बहस चल रही है। अमेरिकी सांसद बर्नी सैंडर्स ने अपने ट्विटर पर लिखा कि अमीर लोगों को अपने हिस्से के टैक्स का भुगतान करना चाहिए। इस पर मस्क ने कहा, ‘बर्नी, आप क्या चाहते हैं कि मैं अपने और शेयर बेचूं? इस पर कुछ कहिए।’ साथ ही उन्होंने 80 वर्षीय सांसद के बारे में लिखा,
‘मैं भूल जाता हूं कि आप अभी भी जिंदा हैं।’
मस्क और ऐमजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff Bezos) ने अब तक अपनी नेटवर्थ की एक फीसदी से कम राशि दान दी है। दूसरी ओर Forbes के मुताबिक वॉरेन बफेट (Warren Buffett) और जॉर्ज सोरोस (George Soros) ने अपनी नेटवर्थ की 20 फीसदी से अधिक रकम डोनेट की है। यह भी हो सकता है कि मस्क ने अपनी अधिकांश दानराशि सार्वजनिक न की हो। मस्क ने 2012 में Giving Pledge पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें कुछ अरबपतियों ने कम से कम अपनी आधी संपत्ति दान देने की बात कही है।
मस्क फाउंडेशन
2001 में मस्क ने मस्क फाउंडेशन की स्थापना की थी। इसका मकसद मानवता की भलाई के लिए सुरक्षित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के विकास के लिए अनुदान देना है। इस फाउंडेशन के पास 20 करोड़ डॉलर की एसेट्स है जो उनकी कुल नेटवर्थ के मुकाबले कुछ भी नहीं है। इस साल की शुरुआत में मस्क और उनके फाउंडेशन ने वातावरण से कार्बन हटाने की टेक्नोलॉजी विकसित करने वालों के लिए 5 करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा की थी। अब तक किसी को यह इनाम नहीं दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (UNWFP) के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डेविड बेस्ली ने पिछले महीने दावा किया था कि दुनिया से भुखमरी दूर करने के लिए एलन मस्क की 2 फीसदी यानी 6 अरब डॉलर संपत्ति काफी होगी। इसके जवाब में मस्क ने कहा कि वह फौरन टेस्ला का स्टॉक बेचकर यह रकम देने को तैयार हैं, बशर्ते UNWFP उन्हें समझाए कि 6 बिलियन डॉलर से भुखमरी की समस्या कैसे हल होगी। मस्क की शर्त यह है कि पैसा कैसे और कहां खर्च हो रहा है, यह जनता को दिखना चाहिए।
क्या होगा फायदा
दान देने पर टैक्स में भी फायदा मिलता है। यूएस टैक्स कोड के मुताबिक डोनेशन पर टैक्सेबल इनकम में फायदा मिलता है। Boston College Law School में प्रोफेसर Ray Madoff ने कहा कि अरबपति लोग ज्यादा से ज्यादा टैक्स बचाने के लिए डोनेशन देते हैं। कैश डोनेट करने के अलावा मस्क टेस्ला के स्टॉक गिफ्ट करके अतिरिक्त टैक्स छूट ले सकते हैं। इसकी वजह यह है कि चैरिटी संगठनों को दान किए जाने वाले शेयरों पर कैपिटल गेंस टैक्स नहीं लगता है।
Ohio State University में अकाउंटिंग प्रोफेसर Brian Mittendorf ने कहा कि मस्क के लिए डोनेट करना एक तरह से डबल बोनस है। वह ऐसी स्थिति में है जहां उन्हें दान करने के लिए पर्याप्त इनसेंटिव मौजूद है। मस्क के छोटे भाई Kimbal Musk ने हाल में यह रणनीति अपनाई थी। उन्होंने टेस्ला के 3.1 करोड़ डॉलर मूल्य के 25,000 शेयर एक अज्ञात चैरिटी संस्था को दे दिए। Institute for Policy Studies में एसोसिएट फेलो Bob Lord ने कहा कि टेस्ला के शेयरों की कीमत रेकॉर्ड हाई के करीब है और अगर मस्क इन्हें डोनेट करते हैं तो फायदा हो सकता है। उन्होंने कहा, अगर आप स्टॉक डोनेट करने जा रहे हैं तो आप कब उन्हें डोनेट करेंगे। जाहिर है कि जब उनकी कीमत पीक पर हो।