तुर्की में प्राचीन स्थल के पास नजर आया धातु का रहस्यमय खंभा
हाइलाइट्स:
- अमेरिका के यूटा में पिछले साल पहली बार नजर आया धातु का रहस्यमय खंभा अब तुर्की में नजर आया है
- तुर्की के अधिकारियों ने इस खंभे की सुरक्षा के लिए हथियारबंद पुलिस को तैनात किया है और जांच कर रहे हैं
- बताया जा रहा है कि धातु का यह खंभा एक किसान को दक्षिणी पूर्वी सनलिऊर्फा प्रांत में शुक्रवार को मिला
अंकारा
अमेरिका के यूटा में पिछले साल पहली बार नजर आया धातु का रहस्यमय खंभा अब तुर्की में नजर आया है। तुर्की के अधिकारियों ने इस खंभे की सुरक्षा के लिए हथियारबंद पुलिस को तैनात किया है और पूरे मामले की जांच करने में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि धातु का यह खंभा एक किसान को देश के दक्षिणी पूर्वी सनलिऊर्फा प्रांत में शुक्रवार को मिला था। इस खंभे पर तुर्की की प्राचीन भाषा में लिखा, ‘आकाश को देखो, चांद को देखो।’
तुर्की में मिला यह धातु का खंभा करीब 10 फुट ऊंचा है और उसे यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल गोबेकली टेपे के पास पाया गया है। गोबेकली में मेगालिथिक काल का ढांचा मिला है। तुर्की की पुलिस इस खंभे के सामने आने की जांच कर रही हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि तुर्की की मीडिया सीसीटीवी फुटेज को देख रही है और उस वाहन की तलाश कर रही है जिसके जरिए उसे लाया गया था।
Mumbai Crime News : फिरौती गिरोह का भांडाफोड़, डॉक्टर के अपहरण केस में पांच अपराधी गिरफ्तार
यूटा के रेगिस्तान में 12 फुट ऊंचा धातु का खंभा मिला था
अब तक 10 से ज्यादा देशों में इस तरह के रहस्यमय धातु के खंभे सामने आ चुके हैं। इससे पहले पिछले साल नवंबर महीने में यूटा के रेगिस्तान में 12 फुट ऊंचा धातु का खंभा मिला था। इसके पाए जाने के बाद आम लोगों से लेकर रिसर्चर्स तक के बीच चर्चाएं तेज हो गईं कि आखिर यह आया कहां से। इसे कला के नूमने से लेकर एलियन की करतूत तक बताया जाने लगा। हालांकि, कुछ दिन बाद ही यह गायब हो गया। गायब होने के 24 घंटे बाद यह खंभा यूरोप के रोमानिया में दिखा था।
Monolith: यूटा, रोमानिया के बाद कैलिफोर्निया में दिखा धातु का रहस्यमय खंभा, एलियन्स पर उठे सवाल
कैलिफोर्निया के अतासकाडेरो न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘तीन तरफ से बना यह धातु का खंभा स्टील का बना हुआ लग रहा है जो 10 फुट ऊंचा है और 18 इंच चौड़ा है। इस खंभे को हर कोने से गढ़ा गया है और यह दूर से ही काफी चमक रहा है। हर कोने पर कील लगाई गई हैं।’ माना जा रहा है कि इस खंभे को जमीन में गाड़ा नहीं गया है और इसे जोर लगाकर उखाड़ा जा सकता है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किसने इस खंभे को पहाड़ के ऊपर लगाया। यह पूरा इलाका पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है और बड़ी संख्या में लोग इसे लेकर तस्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे हैं। अखबार ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों का इस धातु के खंभे को लगाए जाने के बारे में जानकारी है।
इससे पहले नवंबर महीने में यूटा के रेगिस्तान में 12 फुट ऊंचा धातु का खंभा मिला था। इसके पाए जाने के बाद आम लोगों से लेकर रिसर्चर्स तक के बीच चर्चाएं तेज हो गईं कि आखिर यह आया कहां से। इसे कला के नूमने से लेकर एलियन की करतूत तक बताया जाने लगा। हालांकि, कुछ दिन बाद ही यह गायब हो गया। गायब होने के 24 घंटे बाद यह खंभा यूरोप के रोमानिया में दिख गया। अब यह खंबा वहां से भी गायब हो गया है और अमेरिका के कैलिफोर्निया में नजर आया है। रोमानिया में लगा खंबा करीब 2.8 मीटर का था। स्थानीय पत्रकार रॉबर्ट ईसब ने बताया कि पुराने किले के इलाके में पाया गया खंबा जितने गुपचुप तरीके से लगाया गया था, वैसे ही निकाल भी लिया गया। उन्होंने कहा कि किसी अज्ञात शख्स, शायद स्थानीय वेल्डर ने उसे बनाया होगा और अब उसकी जगह सिर्फ गड्ढा रह गया है।
इस बीच यूटा के रेगिस्तान में लगा खंबा कैसे गायब हुआ, इसके राज से पर्दा अब उठने लगा है। दरअसल, एक टूर गाइड सिल्वन क्रिस्टेनसन ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि उसने तीन लोगों के साथ मिलकर 12 फुट के खंबे को हटा दिया। उन लोगों ने इसका वीडियो पोस्ट कर यह भी लिखा- ‘अगर आप नहीं चाहते कि आपकी संपत्ति कोई ले जाए तो उसको छोड़कर न जाएं।’ क्रिस्टेनसन ने डेलीमेल से बातचीत में कहा, ‘हमने यूटा का खंबा निकाल दिया क्योंकि इस बारे में तरीके तय हैं कि हम अपनी सार्वजनिक जमीन, प्राकृतिक वन्यजीव, स्थानीय पेड़, पानी के संसाधनों का कैसे इस्तेमाल करते हैं। यह रहस्य एक भ्रम था और हम चाहते हैं कि लोग इसके पीछे के मुद्दे को देखें, हम अपनी सार्वजनिक जमीन खोते जा रहे हैं, ऐसी चीजों से मदद नहीं मिलती है।’
इससे पहले वर्ष 1968 में आई वैज्ञानिक कल्पना पर आधारित ऑर्थर सी क्लॉर्क की किताब में भी इसी तरह के धातु के खंभे का जिक्र किया गया है। बाद में इस किताब पर फिल्म भी बनी थी। इसमें दिखाया गया था कि एलियन्स ने इस तरह के धातु के खंभे लगाए थे ताकि अंतरिक्ष में साथी एलियन्स से संपर्क किया जा सके। इस किताब और फिल्म में दिखाया गया है कि इन धातु के खंभों ने पृथ्वी पर प्रागऐतिहासिक काल की एक जनजाति के बुद्धिमत्ता को जगा दिया था। इसी विकास का परिणाम हुआ कि आज के इंसान का विकास हुआ। धातु के इन खंभों के सामने आने के बाद अब इस किताब की भी दुनियाभर में चर्चा बहुत तेज हो गई है।
राज्यसभा में बोले गुलाम नबी आजाद- मैं उन खुशकिस्मत लोगों में जो कभी पाकिस्तान नहीं गए
वर्ष 1968 में आई वैज्ञानिक कल्पना पर आधारित ऑर्थर सी क्लॉर्क की किताब में भी इसी तरह के धातु के खंभे का जिक्र किया गया है। बाद में इस किताब पर फिल्म भी बनी थी। इसमें दिखाया गया था कि एलियन्स ने इस तरह के धातु के खंभे लगाए थे ताकि अंतरिक्ष में साथी एलियन्स से संपर्क किया जा सके। इस किताब और फिल्म में दिखाया गया है कि इन धातु के खंभों ने पृथ्वी पर प्रागऐतिहासिक काल की एक जनजाति के बुद्धिमत्ता को जगा दिया था। इसी विकास का परिणाम हुआ कि आज के इंसान का विकास हुआ। धातु के इन खंभों के सामने आने के बाद अब इस किताब की भी दुनियाभर में चर्चा बहुत तेज हो गई है।