अररिया में यास तूफान ने उड़ाया गरीबों का आशियाना: घर के अंदर-बाहर पानी ही पानी
अररिया
भारत-नेपाल के सीमावर्ती जिले अररिया में आम लोगों के जनजीवन पर चक्रवाती तूफान यास का व्यापक असर पड़ा है। यास के कारण तेज हवा के चलते जहां ग्रामीण इलाकों में लोगों का आशियाना उजड़ गया, वहीं लगातार बारिश से घरों के अंदर और बाहर पानी जमा हो गया। कई जगह पर बड़े-बड़े पेड़ जड़ से उखड़ गए, जिसके कारण ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था बाधित हो गई है। हालांकि शहरी इलाकों में रुक-रुक कर चरमराती बिजली आपूर्ति को जारी रखने की कवायद में बिजलीकर्मी लगे रहे।
बारिश और तेज हवा से खेती प्रभावित
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और तेज हवा के कारण खेती को भी काफी नुकसान हुआ है। खेत में लगे मक्के की फसल और सब्जी की खेती प्रभावित हुई है। भिंडी, कद्दू, बोड़ा, करेला, परवल, खीरा सहित अन्य फसल जलमग्न हो गए हैं। मूंग और मकई के साथ आम को भी काफी नुकसान पहुंचा है। यास के तांडव से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पानी से बचने की जद्दोजहद में लगी जिंदगी
गरीब लोगों के आशियाने का छत-टीन का शेड उड़ जाने के कारण वह किसी तरह छिप-छिपाकर पानी से बचने की जद्दोजहद में लगे हैं। उनके घरों के अंदर पानी लग जाने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
रानीगंज के बसेटी में विशाल पेड़ गिर जाने से कुछ घरों को नुकसान पहुंचा और बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है। हालांकि इसमें किसी के हताहत की सूचना नहीं है। वहीं डीएम के सख्त निर्देश के बाद बिजली विभाग शहरी क्षेत्र में तो बिजली आपूर्ति बहाल कर दिया है लेकिन गांव अभी भी अंधेरे में डूबे हुए हैं। जिसके कारण पेयजल संकट गहराता जा रहा है।