क्या ममता बनर्जी दबा रही हैं कोरोना के मामले? दो दिनों में तेजी से घटे पॉजिटिव केस
हाइलाइट्स
- पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े
- ममता सरकार पर उठे सवाल तो अगले दिन से अचानक घटे केस
- बीजेपी और सीपीएम ने आंकड़ों के खेल का लगाया आरोप
कोलकाता
पश्चिम बंगाल में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 14,938 नए मामले आने के साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 18,97,699 तक पहुंच गई। वहीं कोविड-19 के 36 मरीजों की मौत हो गई। शनिवार के 19,064 मामले सामने आए थे और 36 लोगों की मौत हुई थी।
कोलकाता में 24 घंटों में 3,893 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए। 12 मरीजों की मौत हुई। शनिवार को, कोलकाता ने 4,831 मामले दर्ज किए थे। कोलकाता के बाद, उत्तर 24 परगना में कोविड-19 के 2,565 मामले सामने आए। पांच मरीजों की मौत हुई।
मामलों में गिरावट
बंगाल में कोरोना वायरस के मामले देखें तो बीते दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। मामलों की संख्या में गिरावट के बावजूद, विपक्षी नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोविड -19 मामलों के आंकड़ों को दबाने का आरोप लगाया है।
बीजेपी ने उठाए सवाल
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रनील खान ने तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर लोकसभा को छोड़कर सभी 42 लोकसभा क्षेत्रों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डायमंड हैबर में 53,203 सैंपलों की जांच हुई और उनमें मजह 1151 कोविड केस पॉजिटिव मिले, जबकि राज्य में कुल 71,792 टेस्टिंग हुई और 22,155 मामले कोविड पॉजिटिव आए।
टीएमसी ने लगाए आरोप
पश्चिम बंगाल में कोविड मामलों के लेकर सीपीएम ने भी ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है। सीपीएम के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग बुलेटिन जारी करने में अनियमितता कर रहा है।