Dr Vijay Singla: कमीशनखोरी के आरोप में भगवंत मान कैबिनेट से बर्खास्त, जानिए कौन हैं डॉ. विजय सिंगला?
हाइलाइट्स
- भ्रष्टाचार के आरोप में आप सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला पद से बर्खास्त
- सिंगला पर स्वास्थ्य विभाग में काम और टेंडर के बदले 1% कमीशन मांगने का आरोप
- विजय सिंगला पेशे से डेंटिस्ट, मानसा सीट पर सिद्धू मूसेवाला को हराकर बने MLA
चंडीगढ़: पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के आरोप में आप सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ. विजय सिंगला (Dr Vijay Singla sacked) को बर्खास्त कर दिया। ऐंटी करप्शन ब्रांच ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। भगवंत मान सरकार का यह कदम बेहद साहसी बताया जा रहा है। सिंगला पर पंजाब के स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप है। भगवंत मान ने इसकी जांच कराकर स्वास्थ्य मंत्री को पद से बर्खास्त कर दिया। विजय सिंगला पेशे से डेंटिस्ट रहे हैं। वह मानसा सीट पर सिद्धू मूसेवाला को हराकर विधायक चुने गए थे। आगे पढ़िए, डॉ. विजय सिंगला के बारे में-
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कौन हैं डॉ. विजय सिंगला?
उम्र –52 साल
निर्वाचन क्षेत्र – मानसा
शिक्षा- साल 1992 में पटियाला स्थित पंजाबी यूनिवर्सिटी से डेंटल सर्जरी में ग्रैजुएशन
पेशा- डेंटल सर्जन
संपत्ति- 6.5 करोड़
पढ़ें: भ्रष्टाचार के आरोप में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला बर्खास्त
6.5 करोड़ की संपत्ति के मालिक सिंगला
डॉ. विजय सिंगला ने पंजाब विधानसभा चुनाव में लोकप्रिय पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला को मानसा सीट से 63,323 वोटों से हराया था। उन्होंने डेंटल सर्जरी में ग्रैजुएशन किया है। वह पेशे से डेंटिस्ट हैं और शहर में डेंटल क्लीनिक चलाते हैं। सिंगला करीब सात साल पहले आप में शामिल हुए थे। डॉ. विजय सिंगला के पास कुल 6.5 करोड़ की संपत्ति है।
19 मार्च को ली मंत्री पद की शपथ
मानसा सीट पर आम आदमी पार्टी की लहर के बीच कांग्रेस का स्टार फैक्टर काम नहीं आया और डॉ. विजय सिंगला ने पंजाबी गायक को हराया। डॉ. विजय सिंगला ने 19 मार्च को पंजाब में मंत्री पद की शपथ ली थी। वह पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा मंत्री थे।
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सिंगला पर आरोप और उसकी जांच
डॉ. सिंगला पर आरोप है कि वह ठेके के लिए अधिकारियों से 1 फीसदी कमीशन की मांग कर रहे थे। पंजाब सीएमओ के अनुसार पुख्ता सबूतों के आधार पर उन्हें पद से हटाया गया है। इसकी शिकायत जब सीएम भगवंत मान तक पहुंची तो उन्होंने गुपचुप तरीके से इसकी जांच कराई।
सिंगला को तलब कर पूछताछ की गई तो उन्होंने अपनी गलती मान ली। इसके बाद उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया। भगवंत मान ने कहा कि अगर वह चाहते तो इस केस को दबा देते लेकिन इससे लोगों का भरोसा उठ जाता। पुलिस को डॉ. विजय सिंगला के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए गए।