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Inspiring Story: मां के पेट में बच्‍चे ने उड़ाया सुपरसोनिक प्‍लेन! इस महिला एयरफोर्स पायलट ने रच दिया इतिहास

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हाइलाइट्स

  • अमेरिकी एयरफोर्स की जांबाज महिला पायलट हैं लॉरेन ओल्‍मी
  • प्रेग्‍नेंसी के दौरान सुपरसोनिक प्‍लेन उड़ाकर रच दिया इतिहास
  • लॉरेन के पति भी हैं एयरफोर्स पायलट, फैसला लेने में की मदद
नई दिल्‍ली: मेजर लॉरेन ओल्‍मी। अमेरिकी एयरफोर्स की जांबाज महिला पायलट। उनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। 77वें वेपन्‍स स्‍क्‍वाडर्न की असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर होने के साथ वह एक पत्‍नी और कुशल लीडर भी हैं। अब उन्‍होंने एक अनूठा इतिहास रचा है। वह अमेरिकी एयरफोर्स में पहली महिला पायलट हैं जिन्‍होंने प्रेग्‍नेंसी में सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट उड़ाया है। भारतीय संदर्भ में यह घटना महाभारत के चरित्र अभिमन्‍यु की याद दिलाती है। इस महान योद्धा ने मां की कोख में चक्रव्‍यूह भेदने का रहस्‍य जान लिया था। इस तरह कह सकते हैं कि ओल्‍मी के साथ उनकी कोख में पल रहे बच्‍चे ने भी सुपरसोनिक प्‍लेन उड़ाया।डायस एयरफोर्स बेस के मुताबिक, ओल्‍मी की कोख में पल रहे बच्‍चे का जन्‍म अगले महीने अप्रैल में हो सकता है। वह डिफेंस डिपार्टमेंट में सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट उड़ाने वाला पहला बच्‍चा बन गया है। इस दौरान उसने मां के गर्भ में 9.2 घंटे की उड़ान भरी।

अपनी जिंदगी में लॉरेन सिर्फ पायलट बनना चाहती थीं। यह उनका सपना था। उनके पिता भी पायलट थे। वह प्रेग्‍नेंसी में भी एयरक्राफ्ट चलाते रहना चाहती थीं। लॉरेन चाहती थीं कि जब तक सबकुछ सेफ है वह उड़ान भरती रहें।

क‍ितना मुश्‍क‍िल था लॉरेन के ल‍िए यह फैसला?
लॉरेन बताती हैं कि कॉकपिट से दूर होना उन्‍हें मंजूर नहीं था। प्रेग्‍नेंट होने में उन्‍हें यही सबसे बड़ा डर था। उन्‍हें लगता था कि ऐसा होने पर वह उड़ान भरने के अनुभवों को मिस करेंगी। लेकिन, जब उन्‍हें सर्विस में अपनी चीजों को जारी रखने का अवसर मिला तो उनकी खुशी नहीं समाई। यह उनके लिए सबसे अच्‍छी बात थी।
लॉरेन के पति मार्क भी एयरफोर्स में हैं। मेडिकल टीम और मार्क की मदद से लॉरेन ने 22 महीने की प्रेग्‍नेंसी में भी विमान उड़ाना जारी रखा। लॉरेन ने बताया कि यह बहुत निजी फैसला था। इसे मार्क और लॉरेन ने मिलकर लिया था। प्रेग्‍नेंसी में सुपरसोनिक प्‍लेन उड़ाने के साथ कई तरह के जोखिम भी थे। लेकिन, एयरफोर्स और सिविल मेडिकल डॉक्‍टरों के साथ परामर्श के बाद वह प्रेग्‍नेंसी के कुछ हफ्तों तक सुपरसोनिक प्‍लेन उड़ाने के लिए रेडी थीं।मार्क और लॉरेन की ऐसे हुई मुलाकात
मार्क और लॉरेन की मुलाकात एयरफोर्स अकैडमी में हुई थी। उन्‍हें पिछले साल अगस्‍त में पता चला था कि इस साल उन्‍हें नए मेहमान का स्‍वागत करना है। मार्क कहते हैं कि लॉरेन जबर्दस्‍त महिला हैं। वह एक शानदार पायलट होने के साथ बेहतरीन लीडर भी हैं। उन्‍हें खुद नहीं पता कि वह इतना सबकुछ कैसे कर लेती हैं। उन्‍हें लॉरेन पर गर्व है।

लॉरेन का फैसला एयरफोर्स पॉलिसी में बदलाव के बाद आया है। इसमें किसी पायलट को अपनी मर्जी से प्रेग्‍नेंसी के दौरान उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी। लेफ्टिनेंट कर्नल चार्ल्‍स आर्मस्‍ट्रांग कहते हैं कि इससे महिलाओं को अपने करियर में आगे बढ़ते रहने की सहूलियत मिली है। इसके जरिये वे प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती दौर में भी फ्लाइट आवर्स को बढ़ा सकती हैं। यही इसका प्‍लस पाइंट है।

एयरफोर्स टाइम्‍स के अनुसार, 2020 के वित्‍त वर्ष में अमेरिकी वायुसेना में करीब 94 फीसदी एक्टिव ड्यूटी पायलट थे। दूसरी ओर महिलाओं की संख्‍या सिर्फ 6 फीसदी थी। अमेरिकी एयरफोर्स इस अनुपात में सुधार लाने की लगातार कोशिश कर रहा है।

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