चक्रवात: गुजरात ने फलों के उखड़े 30 फीसदी पेड़ों को दोबारा लगाने की योजना
अहमदाबाद. कृषि पर निर्भर किसानों के नुकसान को कम करने के उद्देश्य से गुजरात सरकार ने सोमवार को कहा कि चक्रवात ‘टाउते’ (cyclone Tauktae) के कारण राज्यभर में उखड़े फलों के 25 से 30 फीसदी पेड़ों को बचाने के लिए ‘पुनर्स्थापना’ तकनीक के उपयोग की योजना बनायी गयी है.
सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, चार प्रमुख कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक किसानों को अपने उखड़े हुए फलों के पेड़ों को दोबारा उसी जगह पर लगाने के संबंध में मार्गदर्शन करेंगे, जहां वे बड़े हुए थे. इसके मुताबिक, उखड़े हुए पेड़ों को दोबारा लगाने के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना एवं दिशा-निर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे.
16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा
बता दें चक्रवाती तूफान टाउते (Cyclone Tauktae) ने गुजरात (Gujarat) में जबरदस्त तबाही मचाई है. राज्य के कई जिलों में करीब 16 हजार मकान बर्बाद हो गए और 13 लोगों की मौत हो गई है. सोमवार रात तूफान गुजरात के तट से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टकराया था. तूफान की वजह से राज्य के सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के कई इलाकों में 100MM तक की बारिश हुई. 12 तालुकों में 150 MM तक बारिश हुई.प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा था कि 16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई.
टाउते गुजरात के तट से ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ के तौर पर गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ तथा बाद में और कमजोर होकर अब ‘चक्रवाती तूफान’ में बदल गया. (भाषा इनपुट के साथ)