अब एक ही वक्त में अपनी पसंद के सब्जेक्ट अलग-अलग यूनिवर्सिटी से पढ़ पाएंगे
हाइलाइट्स
- UGC ने तैयार कर लिया है अकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स
- इस क्रेडिट बैंक की सलाह नैशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) में दी गई है
- एक ही वक्त में अपनी पसंद के सब्जेक्ट अलग-अलग यूनिवर्सिटी से पढ़ पाएंगे
नई दिल्ली
स्टूडेंट्स अब अपनी डिग्री खुद डिजाइन कर सकेंगे, अपने पसंद के सब्जेक्ट पढ़कर।यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) ने अकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (ABC) तैयार कर लिया है, ताकि स्टूडेंट्स एक ही वक्त में अपने पसंद के सब्जेक्ट अलग-अलग यूनिवर्सिटी/कॉलेज से पढ़ सकें। इस क्रेडिट बैंक की सलाह नैशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) में दी गई है। इसके लागू होने के साथ पारंपरिक डिग्री यानी एक ही यूनिवर्सिटी/कॉलेज से तय सब्जेक्ट के साथ डिग्री का कॉन्सेप्ट बदलेगा और स्टूडेंट्स खुद अपना कोर्स पसंद के सब्जेक्ट के साथ या कोई स्पेशलाइजेशन के साथ पूरा कर सकेंगे या तय स्ट्रक्चर में अपने हिसाब से कुछ बदलाव कर सकेंगे।
जिस तरह से फाइनेंशल काम के लिए बैंक होते हैं, उसी तरह एकैडमिक काम के लिए यह एकैडमिक बैंक फॉर क्रेडिट (ABC) होगा, जिसके कस्टमर स्टूडेंट्स होंगे। क्रेडिट वेरिफिकेशन, क्रेडिट ट्रांसफर, एकैडमिक अवॉर्ड समेत कई तरह की सर्विस इस बैंक से स्टूडेंट्स को मिलेगी। ABC एक ऑनलाइन स्टोर हाउस होगा, जिसमें हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूशन का एकैडमिक क्रेडिट डेटाबेस होगा।
यूजीसी का कहना है कि नैशनल एकैडमिक डिपोजिटरी (NAD) के तहत यह बैंक काम करेगा। इसमें स्टूडेंट्स के एकैडमिक डॉक्युमेंट्स स्टोर किए जाएंगे, एक वेबसाइट होगी, जिससे क्रेडिट बैंक की सभी जानकारी मिलेगी। सभी स्टूडेंट्स इस बैंक का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं, यह जानकारी भी उन्हें मिलेगी। स्टूडेंट्स जब भी जरूरत हो, अपने जमा किए गए क्रेडिट ट्रांसफर कर सकते हैं या किसी डिग्री का हासिल करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। ABC एक सिस्टम है ताकि स्टूडेंट के अकैडमिक क्रेडिट स्टोर हो सकें और ट्रांसफर हो सकें। यह देशव्यापी सुविधा होगी, जो करिकुलम के फ्रेमवर्क से हटकर होगी। साथ ही, कई फील्ड को एक साथ जोड़कर पढ़ने पर फोकस करेगी।
यूजीसी के मुताबिक, ABC क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम बनाएगा जिसके तहत स्टूडेंट्स अपनी डिग्री या डिप्लोमा या पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा या कोई और क्वॉलिफिकेशन पाने के लिए अपना रास्ता खुद तैयार करेंगे। यह बैंक उन्हें देशभर के कई इंस्टिट्यूशन में कई प्रोग्राम की चॉइस देगा और इससे पढ़ाई के करिकुलम में लचीलापन भी रहेगा। यह सिस्टम इसलिए शुरू किया जा रहा है, ताकि स्टूडेंट बेस्ट कोर्स या कोर्स कॉम्बिनेशन अपने ऐप्टिट्यूड के हिसाब से चुन सकें। 40% क्रेडिट तक स्वयं (SWAYAM) के ई-कोर्स पढ़कर भी हासिल किए जा सकेंगे। यूजीसी (अकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स इन हायर एजुकेशन) रेगुलेशंस-2021 को अधिसूचित कर दिया गया है।