स्टेशन रहेगा या फिर मंदिर, आगरा में धर्म संकट में फंसा रेलवे, आप ही सुझाएं क्या है सही
आगरा: राजस्थान के अलवर में मंदिर तोड़ने (Alwar Mandir Demolition) पर मचे बवाल के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) में रेलवे की जमीन को अतिक्रमण कर बनाए गए मंदिर का मसला गरमा गया है। मंदिर के कारण स्टेशन विस्तार का कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में रेल प्रशासन ने साफ कर दिया है कि या तो मंदिर के अतिक्रमण वाले हिस्से को हटाया जाए या फिर स्टेशन को ही बंद कर दिया जाएगा। डीआरएम की चेतावनी के बाद विवाद गहरा गया है। मामला राजामंडी रेलवे स्टेशन (Rajamandi Railway Station Encroachment) का है। वहीं, सिटी स्टेशन स्थित नूरी मस्जिद के अतिक्रमण (City Station Noori Masjid Encroachment) के मामले में भी नोटिस जारी किया गया है।
डीआरएम की चेतावनी के बाद माहौल गरमा गया है। श्रद्धालुओं और हिंदू संगठनों ने इस मामले में कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। बुधवार को इस मामले में आगरा डीएम प्रभु एन सिंह और एसएसपी सुधीर कुमार ने मंदिर का निरीक्षण किया। इस मामले में प्रशासन की ओर से संयुक्त टीम का भी गठन किया गया। एडीएम प्रशासन अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित संयुक्त टीम ने रात में डीएम को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें प्लेटफॉर्म और मंदिर का नजरी नक्शा भी शामिल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल के साथ गुरुवार दोपहर को स्थानीय लोगों की बातचीत होने वाली है। पार्षद शरद चौहान ने बताया है कि धार्मिक स्थल को किसी भी स्थिति में हटने नहीं दिया जाएगा।
रेल प्रशासन ने जारी किया है नोटिस
यूपी के आगरा के राजामंडी रेलवे स्टेशन पर बने चामुंडा देवी मंदिर के स्थान परिवर्तन को लेकर रेल प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। इस मंदिर को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। रेलवे का कहना है कि यहां प्लेटफॉर्म-एक पर 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण है। डीआरएम ने मंदिर न हटाए जाने की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए स्टेशन को बंद कर दिया जाएगा। दरअसल, राजामंडी रेलवे स्टेशन पर चामुंडा देवी मंदिर 1716 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसमें 600 वर्ग मीटर में मंदिर का भवन है। रेलवे प्रशासन के अनुसार 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण प्लेटफॉर्म एक पर हुआ है। यह रेलवे के शेड्यूल ऑफ डायमेंशन का उल्लंघन है। डीआरएम ने पत्र जारी कर कहा कि 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण को हटाया जाए। यह सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।
डीआरएम ने दी है है चेतावनी
आगरा रेल मंडल के मैनेजर आनंद स्वरूप ने स्टेशन को बंद करने की चेतावनी ट्वीट कर दी है। उनका कहना है कि इस अवैध निर्माण के कारण गाड़ियों के रुकने पर यात्रियों को चढ़ने और उतरने में परेशानी होती है। इस संबंध में लोगों की शिकायतें भी रेलवे को मिली हैं। सबसे बड़ी बाधा ट्रेनों की गति को लेकर है। उन्होंने बताया कि आगरा-दिल्ली मार्ग पर ट्रेनों की गति में सुधार के लिए छह करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस रूट पर 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ सकती हैं, लेकिन मंदिर के कारण ट्रेन की गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा रह जाती है।
स्टेशन का होना है विस्तार
ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए राजामंडी स्टेशन का विस्तार होना है। तकनीकी रूप से जरूरी इस विस्तार में अतिक्रमण बाधा है। उन्होंने कहा चामुंडा मंदिर की तरह अन्य धार्मिक स्थलों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया है। उन्होंने कहा कि यदि अवैध निर्माण नहीं हटा तो रेलवे को राजामंडी स्टेशन यात्रियों के लिए बंद करने का बाध्य होना पड़ेगा। हालांकि, मंदिर से जुड़े लोग रेलवे की कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं।
23 ट्रेनों का होता है ठहराव
राजामंडी रेलवे स्टेशन पर रोज 23 ट्रेनों का ठहराव होता है। इसमें 12 ट्रेन दिल्ली की ओर से आती हैं, जबकि 11 ट्रेनें की दिल्ली की तरफ जाती हैं। आगरा कैंट-नई दिल्ली, दिल्ली इंटरसिटी, पंजाब मेल, झेलम, इंदौर अमृतसर इंटरसिटी प्रमुख ट्रेन हैं। इस स्टेशन पर दिल्ली के लिए रोज तीन हजार से अधिक दैनिक यात्री सफर करते हैं। स्टेशन पर प्रतिदिन पांच हजार यात्रियों की आवाजाही होती है। आगरा कैंट के बाद राजामंडी आगरा का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है।
250 साल पुराना है चामुंडा मंदिर
राजामंडी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 के किनारे पर बना चामुंडा मंदिर करीब 250 वर्ष पुराना है। रेलवे ने मंदिर के पुजारी को नोटिस देकर मंदिर को शिफ्ट करने के लिए 10 दिन का समय दिया था। यह समय सीमा शुक्रवार को समाप्त हो जाएगी। इसके बाद रेलवे मंदिर हटाने के लिए कार्रवाई की चेतावनी दी है। कहा जाता है कि अंग्रेजों ने जब यहां पहली बार लाइन बिछाई थी, तो उसे सीधा ले जाने के लिए मंदिर को हटाने की कोशिश की थी। तमाम प्रयास के बाद भी अंग्रेज अधिकारी मंदिर को तोड़ नहीं सके थे। आखिर में उन्हें यहां रेल की पटरी को घुमावदार आकार में बिछाना पड़ा था।
रेलवे ने रेल भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए सभी अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए हैं। इसी क्रम में आगरा में राजामंडी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर-1 पर स्थापित मां चामुंडा देवी मंदिर के सेवायत को भी नोटिस दिया गया है। नोटिस की कॉपी मंदिर पर भी चस्पा कर दी है।
राजामंडी रेलवे स्टेशन पर चामुंडा देवी मंदिर के बाद सिटी रेलवे स्टेशन के पास रेलवे की जमीन पर बनी नूरी मस्जिद को भी नोटिस जारी किया गया है। इसमें रेलवे भूमि से मस्जिद को हटाकर किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करने के लिए कहा है। यह काम आठ दिन के अंदर किया जाना अति आवश्यक है। रेलवे प्रशासन ने साफ किया है कि ऐसा नहीं करने पर रेलवे की ओर से नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।
मंदिर चाहिए या रेलवे स्टेशन, कमेंट कर बताएं
डीआरएम ने अपनी चेतावनी में साफ कहा है कि राजामंडी रेलवे स्टेशन से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो इसे बंद कर दिया जाएगा। इसके विरोध में अब आवाज भी उठने लगी है। ऐसे में आप ही बताएं कि प्लेटफॉर्म का विस्तारीकरण होना चाहिए या फिर मंदिर रहना चाहिए। कमेंट कर अपनी राय रखें।