NZ vs SL Highlights: अहमदाबाद टेस्ट खत्म होने से पहले WTC Final में भारत, विराट के दोस्त का स्पेशल गिफ्ट
हाइलाइट्स
- न्यूजीलैंड ने रोमांचक टेस्ट में श्रीलंका को 2 विकेट से हराया
- मैच के हीरो केन विलियमसन ने जड़ा 27वां टेस्ट शतक
- न्यूजीलैंड की जीत से भारत ने किया WTC के लिए क्वॉलिफाइ
भारत को फाइनल में पहुचंने के लिए ऐसा बन रहा था सेनेरियो
दरअसल, भारत को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में पहुंचने के लिए अहमदाबाद में जीत की जरूरत थी। दूसरी ओर, श्रीलंका को न्यूजीलैंड दोनों मैच में हराने की जरूरत थी। पहले ही मैच में उसे न्यूजीलैंड ने हरा दिया तो ऐसे में भारत को फाइनल का टिकट मिल गया। इस तरह भारतीय टीम लगातार दूसरी बार आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगी, जो 7 जून से इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही होना है।
केन विलियमसन ने किया कमाल, श्रीलंका को मिली हार
मैच में श्रीलंका ने 285 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में मेजबान टीम ने 70 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 285 रन बनाते हुए जीत दर्ज की। 5वें दिन के खेल का एक अहम हिस्सा बारिश की वजह से नहीं हो सका, लेकिन जब खेल शुरू हुआ तो केन विलियमसन और डैरिल मिशेल ने गजब की बैटिंग की। शतक चूकने वाले मिशेल ने 86 गेंदों में 3 चौके और 4 छक्के उड़ाते हुए 81 रन ठोके तो टॉम लाथम ने 24 और हेनरी निकोल्स ने 20 रन की अहम पारी खेली।
विलियमसन ने जड़ा 27वां टेस्ट शतक
पूर्व कप्तान केन विलियमसन ने कमाल की बैटिंग करते हुए 27वां टेस्ट शतक जड़ा। हाल ही में बाजबॉल के अंदाज में इंग्लैंड को हराने वाली इस टीम ने आखिरी के पलों में श्रीलंकाई गेंदबाजों के हौसले पस्त कर दिए थे। खासकर मिशेल और केन विलियमसन के बीच हुई सझेदारी ने मैच का रुख पलटकर रख दिया। विलियमसन ने 177 गेंदों में शतक पूरा किया, जबकि 194 गेंदों में 11 चौके और एक छक्का की मदद से नाबाद 121 रन की पारी खेली। आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिए 8 रनों की जरूरत थी और यहां केन विलियमसन ने चौका जड़ा, जबकि एक रन आउट भी हुआ, लेकिन श्रीलंकाई टीम न्यूजीलैंड को जीत से नहीं रोक सकी।
पिछली बार न्यूजीलैंड से मिली थी भारत को हार
रोचक बात यह है कि न्यूजीलैंड ने पहली बार हुए आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में भारत को हराया था। उस वक्त न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन थे, जबकि भारतीय टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में थी।