Pat Cummins ODI Captain: T20 वर्ल्ड कप के बीच ऑस्ट्रेलिया ने बदला वनडे कप्तान, इस धाकड़ ने ली आरोन फिंच की जगह
हाइलाइट्स
- ऑस्ट्रेलियाई नेशनल वनडे क्रिकेट टीम को नया कप्तान मिल गया है
- आरोन फिंच के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया को नए कप्तान की तलाश थी
- वॉर्नर भी रेस में माने जा रहे थे, लेकिन यह जिम्मेदारी कमिंस को मिली है
कप्तानी मिलने के बाद पैट कमिंस का आया बयान
कप्तानी मिलने के बाद कमिंस ने कहा, ‘मैंने फिंची के अंडर में खेलने का पूरा आनंद लिया है और उनके नेतृत्व से बहुत कुछ सीखा है। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास एक दिवसीय टीम में काफी अनुभव और टैलेंट है।’ क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के हाई परफॉर्मेेंस ईजीएम बेन ओलिवर ने कहा, ‘हम बहुत भाग्यशाली हैं कि सभी प्रारूपों में कई बेहतरीन लीडर मौजूद हैं।’
भारत में वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रहेंगे कमिंस
बोर्ड की ओर से कहा गया कि बोर्ड और चयनकर्ता इस बात से सहमत हैं कि पैट 2023 विश्व कप सहित अगली सत्र के दौरान एकदिवसीय टीम का नेतृत्व करने के लिए आदर्श विकल्प हैं। सिलेक्शन कमिटी के अध्यक्ष जॉर्ज बेली ने कहा- पैट ने टेस्ट टीम की कप्तानी संभालने के बाद से शानदार काम किया है। हम भारत में 2023 विश्व कप के लिए एक दिवसीय टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।
पैट कमिंस ने डेविड वॉर्नर पर दिया था यह बयान
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पैट कमिंस ने वनडे कप्तानी करने के लिए एक शर्त रखी थी। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि बशर्ते क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) एक ‘रोटेशन-टाइप पॉलिसी’ आजमाए, जहां डेविड वॉर्नर जैसे किसी व्यक्ति को भी 50 ओवर की कप्तानी करने का अवसर मिल सके। आरोन फिंच के हाल ही में पद छोड़ने और खराब फॉर्म के कारण 50 ओवर के प्रारूप से संन्यास लेने के बाद ऑस्ट्रेलियाई वनडे टीम का नेतृत्व करने वालों को लेकर काफी चर्चाएं हुईं। कमिंस और वॉर्नर कप्तानी के लिए सबसे आगे थे।
इसलिए वॉर्नर को नहीं मिली कप्तानी
माना जा रहा है कि वॉर्नर पर प्रतिबंध अब भी जारी है, जो उन्हें राष्ट्रीय पक्ष या घरेलू बिग बैश लीग में किसी भी टीम की कप्तानी या उप-कप्तानी की भूमिका निभाने से रोकता है। वॉर्नर केपटाउन में 2018 के ‘सेंडपेपर कांड’ में शामिल होने के कारण आजीवन नेतृत्व प्रतिबंध को झेल रहे हाँ, जबकि कई मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी वॉर्नर के नेतृत्व प्रतिबंध को हटाने के लिए उनका समर्थन कर रहे थे। वर्तमान सीए नियमों के अनुसार, एक बार जब खिलाड़ी गलती से सजा स्वीकार कर लेता है तो उसे चुनौती नहीं दी जा सकती है।