Assam election 2021: ‘असम बचाओ’ कैंपेन में कांग्रेस ने इस्तेमाल की ताइवान की फोटो? BJP ने जमकर लताड़ा
असम में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस-बीजेपी समेत सभी दलों ने जोर-शोर से प्रचार करना शुरू कर दिया है। पार्टियां वोटर्स को अपनी ओर लुभाने के लिए नए-नए कैंपेन लॉन्च कर रही हैं। इस बीच, कांग्रेस ‘असम बचाओ’ कैंपेन लॉन्च करके घिर गई है। दरअसल, बीजेपी ने दावा किया है कि कांग्रेस ने असम बचाओ कैंपेन के लिए जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया है, वह असम की नहीं, बल्कि ताइवान की है। कांग्रेस के फेसबुक के इस कैंपेन पेज में चाय बागान की फोटो दिखाई दे रही है। यह पेज ‘असम बचाओ’ का वैरिफाइड पेज है।
असम के मंत्री हिमंता ने फोटो ट्वीट कर बोला हमला
असम में बीजेपी के बड़े नेता और राज्य सरकार में मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर ‘असम बचाओ’ कैंपेन को लेकर हमला बोला। उन्होंने इससे जुड़ी दो तस्वीरें शेयर कीं। एक तस्वीर कांग्रेस के ऐड कैंपेन की है और दूसरी तस्वीर फोटोसर्च की है, जिसमें यह दिखाया गया है कि चाय के बागान की फोटो असम की नहीं, बल्कि ताइवान की है। हिमंता ने ट्वीट किया, ”कांग्रेस का आधिकारिक कैंपेन पेज ताइवान के चाय बागान की फोटो लगाकर ‘असम बचाओ’ कह रहा है। कांग्रेस नेता असम को पहचानते तक नहीं हैं। यह असम और चाय बागानों में काम करने वाले वर्कर्स का अपमान है।” सरमा ने कांग्रेसइंसल्टअसम का हैशटैग भी लगाया।
असम का प्रमुख चुनावी मुद्दा है चाय के बागान
असम में चाय के बागान और वहां काम करने वाले वर्कर्स प्रमुख चुनावी मुद्दा हैं। सभी पार्टियां चाय के बागानों में काम करने वाले मजदूरों के लिए कई वादे कर रही हैं। हाल ही में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी असम के एक चाय बागान गई थीं, जहां पर वे सिर पर टोकरी बांधकर कुछ महिलाओं के साथ चाय की पत्तियां तोड़ती नजर आई थीं। वहीं, पीएम मोदी ने भी चुनावी रैली में असम में चाय के बागानों का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि चाय की पहचान खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है।
असम में कब होंगे विधानसभा चुनाव?
पिछले दिनों चुनाव आयोग ने असम, बंगाल समेत सभी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। असम में तीन चरणों में वोट डाले जाने हैं। पहले चरण के लिए 27 मार्च को वोटिंग होगी। जबकि दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल और तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। राज्य में विधानसभा की 126 सीटें हैं। बंगाल की तरह असम में भी इस विधानसभा चुनाव में सीएए और एनआरसी का मुद्दा गरमा सकता है। 2016 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो असम में बीजेपी के प्रदर्शन ने सभी को चौंका दिया था। विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को आएंगे। वहीं, हाल ही में आए सी-वोटर के ओपिनियन पोल पर नजर डालें तो बीजेपी गठबंधन के सत्ता में फिर से वापसी करने का अनुमान है। 126 सीटों में से बीजेपी के खाते में 76 सीटें तक जा सकती हैं। वहीं, कांग्रेस गठबंधन को 51 सीटें मिल सकती हैं।